कोलकाता/इंफाल: केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे (BJP leader Ashwini Kumar Choubey) ने शनिवार को कहा कि एक ओर जहां केंद्र सरकार मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए कदम उठा रही है, वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी स्थिति को जटिल बना रहे हैं.
कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा, राहुल गांधी की अशांत पूर्वोत्तर राज्य की यात्रा की मंशा स्पष्ट नहीं है.
बिहार से सांसद चौबे ने सवाल किया, 'उन्हें (राहुल गांधी) अभी मणिपुर की यात्रा के लिए किसने प्रेरित किया?' चौबे ने कहा, 'हमारी सरकार मणिपुर के जख्मों पर मरहम लगाने की हर संभव कोशिश कर रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हर संभव कोशिश कर रहे हैं, वह उन कारणों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे समूहों में हिस्सा नहीं भड़के.'
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर गए राहुल गांधी ने राज्यपाल अनुसुइया उइके, नागरिक समुदाय के सदस्यों और राहत शिविरों में रह रहे हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की थी.
समान नागरिक संहिता के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक दिन पूरे देश में यह लागू होगा. उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं जन वितरण एवं पर्यावरण राज्यमंत्री चौबे ने कहा, 'हिंदुओं, मुसलमानों और अन्य समुदायों के लिए नियम एक ही होने चाहिए.'
असम सीएम ने भी साधा निशाना : उधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का भी शनिवार को बयान सामने आया है. सरमा ने कहा कि संघर्षग्रस्त मणिपुर में स्थिति में 'तेजी से सुधार' हो रहा है. अगले सप्ताह या 10 दिनों में इसमें और सुधार होगा. कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जब पूर्वोत्तर राज्य में अपेक्षाकृत शांति स्थापित हो गई है तो वह (कांग्रेस) रो रही है, लेकिन जातीय संघर्ष के चरम के दौरान वह चुप थी.
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(इनपुट भाषा)