हैदराबाद : अमेरिका ने मॉडर्ना-पीफाइजर की वैक्सीन को बच्चों पर लगाने की मंजूरी भले ही न दी हो, लेकिन कंपनी लगातार दावा कर रही है कि उसकी वैक्सीन बच्चों के लिए सुरक्षित है. खासकर 6 से 11 साल वालों के लिए. 12 साल के ऊपर वालों के लिए मॉडर्ना वैक्सीन को कुछ देश पहले ही मंजूरी दे चुके हैं.
कंपनी ने बताया कि ट्रायल के दौरान एकत्रित किए गए आंकड़ों के अनुसार 6-11 साल के छोटे बच्चों में वायरस से लड़ने वाला एंटी बॉडी तैयार हो गया. और इसकी प्रतिरक्षा उतनी ही मजबूत है, जितना किसी एडल्ट में.
4753 बच्चों पर वैक्सीन को टेस्ट किया गया है. कंपनी ने बताया कि ट्रायल के दौरान कुछ बच्चों में थकावट, सिरदर्द और दर्द की शिकायत भी पाई गई. यह लगभग वैसा ही था, जैसा कि बड़े लोगों को टीका लगने के बाद हुआ.
ट्रायल के दौरान किसी गंभीर साइड इफेक्ट की शिकायत नहीं मिली. कुछ देशों में मॉडर्ना के वैक्सीन को 12 से 17 साल वालों किशोरों को लगाने की मंजूरी मिल गई है. अमेरिका संभवतः अगले महीने से 12 साल से नीचे वालों के लिए वैक्सीन लगाने की अनुमति प्रदान कर दे. पी-फाइजर ने बच्चों पर किए गए ट्रायल को 91 फीसदी सही बताया है.