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मॉब लिंचिंग: युवक की पीट-पीटकर हत्या, करीब 35 लोगों पर मर्डर का आरोप

हरियाणा के नूंह जिला स्थित रोजका मेव थाना क्षेत्र में मॉब लिंचिंग मामला सामने आया है. इस घटना में करीब 30-35 लोगों पर आसिफ नाम के एक युवक की हत्या करने का आरोप है. साथ ही, दो युवक गंभीर रूप से घायल हैं. जिनका इलाज जारी है. घटना के बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल है. हालात यहां तक बिगड़ गए कि पुलिस को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी.

हरियाणा में मॉब लिंचिंग
हरियाणा में मॉब लिंचिंग
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Published : May 18, 2021, 12:37 PM IST

नूंह: हरियाणा के नूंह जिला रोजका मेव थानांतर्गत खेड़ा खलीलपुर गांव में एक युवक को भीड़ ने घेर लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. इस घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. घटना के पीछे कई तरह के वजह सामने आ रहे हैं. वारदात के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, लेकिन स्थिति अब काबू में है.

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 14 लोगों को नामजद करने के अलावा 15-20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148, 149, 302, 323, 341, 365 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस इस मामले में 4-5 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है.

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है. मामले की गंभीरता को देखते एसपी नरेंद्र सिंह घटना के बाद से ही खुद हालात को संभाल रहे हैं. इसके अलावा स्थानीय कांग्रेस विधायक आफताब अहमद भी पोस्टमार्टम प्रक्रिया के दौरान कई घंटे तक नूंह सीएचसी में डटे रहे.

पढ़ेंः ब्लैक फंगस के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत : पीएम मोदी

खास बात तो ये है कि गुस्साई भीड़ ने न केवल देर रात को कुंडली-मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे को जाम कर दिया बल्कि दिन में भी रेवासन गांव के पास सड़क को जाम करने की कोशिश की. वहां भारी पुलिस बल की वजह से उन्हें कामयाबी नहीं मिली, तो जिला मुख्यालय नूंह स्थित अडबर चौक को जाम करने की कोशिश की गई, जहां पुलिस को भीड़ खदेड़ने के लिए लाठियां चटकाने के साथ हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी.

हरियाणा में मॉब लिंचिंग

पुलिस ने पथराव कर रहे कई युवाओं को हिरासत में लिया. पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस में शिकायत मिलते ही न केवल एफआईआर दर्ज कर दी गई है, बल्कि इस हत्याकांड में कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है.

यह भी पढ़ेंः कोरोना महामारी : भूख से होने वाली मौत पर कैसे लगे रोक ?

अस्पताल पहुंचे विधायक आफताब अहमद और पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया से पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपी बदमाश अपराधी किस्म के व्यक्ति हैं. इससे पहले भी उन्होंने कई वारदातें की हुई हैं. उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. उनको जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

बता दें कि आरोपियों में मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन बल्ला खटाना का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है. इसके अलावा पटवारी, अडवानी और ऋषि सहित 14 लोगों को नामजद किया गया है. इसके अलावा 15-20 अन्य लोगों को भी शामिल किया गया है.

क्या है मामला?

आसिफ के परिजनों ने बयान दिया है कि वह अपने दो चचेरे भाइयों के साथ बहन के घर से लौट रहा था. जब उन पर कथित तौर पर 30-35 लोगों की भीड़ ने हमला बोला और उसे पीट-पीटकर मार डाला.

हालांकि, उसकी मौत की रिपोर्ट आने के तुरंत बाद, कुछ सांप्रदायिक नेताओं ने दावा किया कि उसे मारे जाने से पहले एक विशेष धर्म का नारा बोलने के लिए मजबूर किया गया था, जिसकी वजह से घटना ने सांप्रदायिक मोड़ ले लिया है.

नूंह: हरियाणा के नूंह जिला रोजका मेव थानांतर्गत खेड़ा खलीलपुर गांव में एक युवक को भीड़ ने घेर लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. इस घटना में दो युवक गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. घटना के पीछे कई तरह के वजह सामने आ रहे हैं. वारदात के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, लेकिन स्थिति अब काबू में है.

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 14 लोगों को नामजद करने के अलावा 15-20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148, 149, 302, 323, 341, 365 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस इस मामले में 4-5 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है.

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है. मामले की गंभीरता को देखते एसपी नरेंद्र सिंह घटना के बाद से ही खुद हालात को संभाल रहे हैं. इसके अलावा स्थानीय कांग्रेस विधायक आफताब अहमद भी पोस्टमार्टम प्रक्रिया के दौरान कई घंटे तक नूंह सीएचसी में डटे रहे.

पढ़ेंः ब्लैक फंगस के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत : पीएम मोदी

खास बात तो ये है कि गुस्साई भीड़ ने न केवल देर रात को कुंडली-मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे को जाम कर दिया बल्कि दिन में भी रेवासन गांव के पास सड़क को जाम करने की कोशिश की. वहां भारी पुलिस बल की वजह से उन्हें कामयाबी नहीं मिली, तो जिला मुख्यालय नूंह स्थित अडबर चौक को जाम करने की कोशिश की गई, जहां पुलिस को भीड़ खदेड़ने के लिए लाठियां चटकाने के साथ हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी.

हरियाणा में मॉब लिंचिंग

पुलिस ने पथराव कर रहे कई युवाओं को हिरासत में लिया. पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस में शिकायत मिलते ही न केवल एफआईआर दर्ज कर दी गई है, बल्कि इस हत्याकांड में कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है.

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अस्पताल पहुंचे विधायक आफताब अहमद और पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया से पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपी बदमाश अपराधी किस्म के व्यक्ति हैं. इससे पहले भी उन्होंने कई वारदातें की हुई हैं. उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. उनको जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

बता दें कि आरोपियों में मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन बल्ला खटाना का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है. इसके अलावा पटवारी, अडवानी और ऋषि सहित 14 लोगों को नामजद किया गया है. इसके अलावा 15-20 अन्य लोगों को भी शामिल किया गया है.

क्या है मामला?

आसिफ के परिजनों ने बयान दिया है कि वह अपने दो चचेरे भाइयों के साथ बहन के घर से लौट रहा था. जब उन पर कथित तौर पर 30-35 लोगों की भीड़ ने हमला बोला और उसे पीट-पीटकर मार डाला.

हालांकि, उसकी मौत की रिपोर्ट आने के तुरंत बाद, कुछ सांप्रदायिक नेताओं ने दावा किया कि उसे मारे जाने से पहले एक विशेष धर्म का नारा बोलने के लिए मजबूर किया गया था, जिसकी वजह से घटना ने सांप्रदायिक मोड़ ले लिया है.

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