नई दिल्ली: मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा सत्ता में आने के बाद राजधानी के अपने पहले आधिकारिक दौरे पर इस समय नई दिल्ली में हैं. वह बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. हालांकि, सीएम के करीबी सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की अभी पुष्टि नहीं हुई है.
नवनिर्वाचित सीएम एक पूर्व आईपीएस भी हैं. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सुरक्षा के प्रभारी के रूप में कार्य किया था. वह मंगलवार शाम 4.40 बजे दिल्ली पहुंचे. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मिजोरम संघर्षग्रस्त मणिपुर, म्यांमार के साथ अपनी सीमा साझा करता है. वहीं, असम गंभीर संकट का सामना कर रहा है. पड़ोसी राज्य मणिपुर में जातीय संघर्षों ने सुरक्षा महकमों में खतरे की घंटी बजा दी और एक बार फिर जातीय प्रतिद्वंद्विता की घातक यादें ताजा कर दी.
इसी तरह, 2021 में म्यांमार में तख्तापलट के बाद से मिजोरम को शरणार्थियों की भारी तादात का सामना करना पड़ा. पिछले साल मिजोरम में शरणार्थी के रूप में आए म्यांमार के 30,000 से अधिक शरणार्थियों को गृह मंत्रालय की अनिच्छा के बावजूद आश्रय और अस्थायी आईडी दिए गए थे. जब से म्यांमार में नई झड़पें हुई हैं, एक बार फिर मिजोरम के लिए समस्याएं पैदा कर दी हैं.
पत्रकारों ने मंगलवार को दावा किया कि म्यांमार के 150 से अधिक सैनिक, जो पिछले सप्ताह सशस्त्र लोकतंत्र समर्थक जातीय समूहों द्वारा उनके शिविरों पर कब्जा किए जाने के बाद मिजोरम भाग गए थे, उन्हें म्यांमार के सैन्य विमान से घर वापस भेज दिया गया.