सागर। कांग्रेस चुनावी साल में नई रणनीति के साथ अब सरकार के मंत्रियों को इलाके में घेर रही है. खास टारगेट वो मंत्री हैं जिनके क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, सागर भी उन्हीं में से है. दिग्विजय सिंह शनिवार को सागर के दौरे पर हैं (Digvijay Singh Visit Sagar) और मंत्री भूपेन्द्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत के इलाके में पहुंचे हैं. इस बीच मंत्री गोपाल भार्गव ने भी चुटकी ले ली है, उन्होंने कहा कि दूसरों का तो मुझे पता नहीं मेरे क्षेत्र बीजेपी और कांग्रेसियों की कोई शिकायत नहीं है.
भूपेंद्र सिंह के नौकर की तरह काम कर रहा प्रशासन: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शनिवार को सागर पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. दिग्विजय सिंह ने भाजपा सरकार द्वारा प्रताड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की. सबसे पहले वे जिले की खुरई विधानसभा पहुंचे जो शिवराज सिंह के सबसे करीबी और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का विधानसभा क्षेत्र है. यहां उन्होंने पुलिस और प्रशासन द्वारा पीड़ित कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की, और खुरई एसडीओपी और एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि "यहां का प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह की नौकर की तरह काम कर रहा है (Khurai administration servant of Bhupendra Singh). कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जबरन केस किए जा रहे हैं और उनके दुकान और मकान गिराए जा रहे हैं." जब उनसे सवाल पूछा गया कि, यहां से ज्यादातर कांग्रेस के नेता भाजपा पार्टी में जा रहे तो कांग्रेस से चुनाव कौन लड़ेगा? "इसपर उन्होंने कहा कि, अगर कोई नहीं होगा, तो मैं ही चुनाव लड़ूंगा."
दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान, यहां से मैं चुनाव लड़ूंगा, सागर का प्रशासन भूपेंद्र सिंह का नौकर
जेल में बंद कार्यकर्ताओं से की मुलाकात: दिग्विजय सिंह सागर केंद्रीय जेल में उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राजनैतिक द्वेष के चलते प्रकरण दर्ज कर जेल भेजा गया है. फिर दिग्विजय सिंह ने सागर में मीडिया से मुलाकात की और उसके बाद राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह के विधानसभा क्षेत्र सुरखी का दौरा कर वहां के प्रताड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इसके बाद सागर में ही मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा गठित की गई मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रशासनिक अत्याचार विरोध समिति की बैठक में हिस्सा लिया. दिग्विजय सिंह के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता शशांक शेखर के नेतृत्व में वकीलों का दल भी है, जो प्रताड़ित कांग्रेसियों को न्याय दिलाने के लिए काम करेगा.
सागर और दतिया में सबसे ज्यादा दमन: कांग्रेस का कहना है कि "कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार में सागर और दतिया जिले सबसे आगे हैं, दिग्विजय सिंह पीड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर भी पहुंचे, उनके परिवारों से मिले. शशांक शेखर के नेतृत्व में गई वकीलों की टीम कांग्रेस के पीड़ित कार्यकर्ताओं को हरसंभव कानूनी मदद उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया शुरू करेगी." गौरतलब है कि सागर जिले के विभिन्न स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेजना, उनके मकानों पर बुलडोजर चला देना, कांग्रेस समर्थक व्यक्तियों पर पुलिस और प्रशासन के अत्याचार करना आम बात हो गई है.
भाजपा के पक्ष में काम करने वाले अधिकारियों पर भी नजर: कमलनाथ ने टीम को निर्देश दिए हैं कि जो पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन कर रहे हैं, उनकी सूची भी तैयार की जाए. जिससे जनता यह जान सके कि कौन से अधिकारी संविधान और कानून के मुताबिक काम कर रहे हैं और कौन से अधिकारी जेब में भाजपा का बिल्ला लगाकर काम कर रहे हैं. यह टीम दौरा करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुए अत्याचार की विस्तृत रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेगी.
दिग्गी के सागर दौरे से डरी भाजपा: दिग्विजय सिंह के दौरे को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा था कि, "दिग्विजय सिंह को उन लोगों के घर पर भी जाना चाहिए, जिन लोगों पर सवा साल के कांग्रेस राज्य में अपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं." भूपेंद्र सिंह को जवाब देते हुए कांग्रेस ने कहा है कि, "दिग्विजय सिंह के आने से मंत्री इतने घबराए हुए क्यों हैं, जबकि सच्चाई है कि मंत्री संवैधानिक दायित्व का निर्वहन ना कर लोकतंत्र को समाप्त करने और संविधान को कुचलने की योजना बना रहे हैं."
दिग्गी राजा के दौरे पर क्या बोले मंत्री गोपाल भार्गव: सागर जिले से शिवराज सरकार में 3 मंत्री हैं. गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत, सबसे वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव हैं, जो कमलनाथ सरकार के समय नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. लेकिन कांग्रेस के इस दौरे में उनके विधानसभा क्षेत्र रेहली में ऐसी कोई शिकायत कांग्रेस द्वारा सामने नहीं आई है और दिग्विजय सिंह भी रेहली का दौरा नहीं कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह के दौरे को लेकर जब मंत्री गोपाल भार्गव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है. लेकिन मेरे विधानसभा क्षेत्र में ना कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ऐसी शिकायत है, ना भाजपा कार्यकर्ताओं की. थोड़ी बहुत शिकायतें ऐसी जरूर हैं कि मुझे नियुक्ति पत्र नहीं मिला है.
मुझे और मेरे परिवार को किया प्रताड़ित-भूपेंद्र सिंह: नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की सागर यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि दिग्विजय सिंह को पहले उन भाजपा कार्यकर्ताओं के घर जाकर माफी मांगना चाहिए, जिनको कांग्रेस की सवा साल की सरकार में प्रताड़ित किया गया और झूठे मुकदमे बनाए गये. मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस शासन में खुरई विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं पर 70 से भी अधिक फर्जी प्रकरण बनाए गए थे. मंत्री ने कहा मुझे और मेरे परिवार को भी प्रताड़ित किया गया. मेरे परिवार पर खुरई थाने में फर्जी प्रकरण बनाए गए. मेरी खुद की पैतृक जमीन जिस पर होटल दीपाली बनी है, कई बार उसका सीमांकन किया गया. जिसमें कुछ नहीं पाया गया. मेरी चिटाई ग्राम में स्थित पैतृक जमीन में मुझे अतिक्रमण का नोटिस दिया गया. जिस पर हाईकोर्ट ने स्टे दिया. मेरे भतीजे लखन सिंह और अशोक सिंह पर खुरई थाने में मारपीट एवं एट्रोसिटी एक्ट के फर्जी प्रकरण बनाए गए. मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि बरोदिया पुलिस चौकी में उनके खिलाफ एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति लखन अहिरवार से झूठी शिकायत कराई गई थी. जिसमें कांग्रेस के तत्कालीन ब्लाक अध्यक्ष गवाह थे, यह केस भी जांच में झूठा सिद्ध हुआ.