कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं (Trinamool Congress Worker) पर फिर हमला हुआ है. घटना उत्तर 24 परगना जिले (North 24 Parganas District) के शहर क्षेत्र के उत्तर में बाहरी इलाके में स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर हुई. जहां उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और मारपीट के बाद फायरिंग भी की जिससे इलाके में भय का माहौल पैदा हो गया. स्थानीय पुलिस ने रविवार को बताया कि घटना के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस के अनुसार शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे कम से कम 10 से 12 लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर उत्तर 24 परगना में तृणमूल कांग्रेस के देशप्रियनगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय आए और वहां रखे फर्नीचरों में तोड़फोड़ की. इस दौरान वहां मौजूद दो कार्यकर्ताओं को रिवाल्वर के हत्थे से मारने से पहले खींचकर कार्यालय से बाहर ले आए.
इसके बाद उपद्रवियों ने हवा में गोली चलाई और दोनो घायलों को सड़क पर छोड़ मौके से फरार हो गए. घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. तृणमूल कांग्रेस ने हमले के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने इन आरोपों से इंकार किया है.
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घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे स्थानीय विधायक मदन मित्रा ने कहा कि भाजपा चुनाव में हारने के बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं को भयभीत करने की कोशिश कर रही है और हम इसके विरोध में रैली निकालेंगे. वहीं पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि यह तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई का नतीजा है.
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के दो गुट इलाके के रियल एस्टेट पर नियंत्रण करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस बीच, एक अन्य घटना में तृणमूल विधायक लवली मोइत्रा ने आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र सोनारपुर दक्षिण में जनता तक पहुंचने के कार्यक्रम के लिए लगाए गए पंडाल में शनिवार रात आग लगा दी गई. कुछ शरारती तत्व इलाके में हमारे कार्यक्रम को रोकने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे.
(पीटीआई-भाषा)