नई दिल्ली: रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) योजना (PMBJP scheme) के तहत अगले साल मार्च तक 10,000 जनऔषधि स्टोर खोलने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वित्त मंत्रालय से संपर्क किया है.
देश में 5वां जन औषधि दिवस मनाया गया. इसके तहत एक मार्च से सप्ताहभर कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस दिन को जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और वे करोड़ों देशवासियों के लिए कैसे मददगार हो सकते हैं, के लिए चिह्नित किया गया था. 2008 में भारत सरकार के इस प्रमुख कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से, 1759 जेनेरिक दवाओं और 280 सर्जिकल उपकरणों और उपभोग्य सामग्रियों की उपलब्धता के साथ 9000 से अधिक पीएमबीजेपी केंद्र खोले गए हैं.
7 मार्च, 2019 से, भारत हर साल जन औषधि दिवस मना रहा है. सरकार के सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि 2022-23 के लिए फार्मास्युटिकल विभाग के 100.00 करोड़ रुपये के सापेक्ष पीएमबीजेपी के लिए 72.50 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन किया गया है.
इस योजना के तहत वर्ष 2022-23 के दौरान 1000 नए केंद्र खोलने और जेनरिक दवाओं की संख्या 1800 करने के साथ ही 200 सर्जिकल उपकरण करने का लक्ष्य रखा गया है.
सूत्रों ने कहा, 'वर्ष के लिए 775.00 करोड़ रुपये का बिक्री लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है.' हालांकि, योजना के लिए आवंटित धन मार्च 2024 तक लक्षित योजना के कार्यान्वयन के लिए पर्याप्त नहीं था. औषधि विभाग द्वारा तैयार एक अनुमान के अनुसार, एक केंद्र लगभग 16 लाख आबादी की जरूरतों को पूरा कर रहा है.
सूत्रों ने कहा, 'सरकार ने मार्च 2024 तक 10,000 स्टोर खोलने का लक्ष्य रखा है. इसका मतलब 1.50 लाख की आबादी के लिए लगभग एक स्टोर होगा. केंद्र देश के सभी जिलों में खोले गए हैं. अब सरकार सभी ब्लॉकों तक पहुंचने का इरादा रखती है.'
पीएमबीजेपी को एक सफल फ्लैगशिप होने का दावा किया जाता है. भारत सरकार का कार्यक्रम जिसके तहत अधिक से अधिक परिवारों को ब्रांडेड और जेनेरिक दवाएं 50-90 प्रतिशत छूट पर उपलब्ध हो रही हैं. पीएमबीजेपी की उत्पाद बकेट में सभी प्रमुख चिकित्सीय समूह शामिल हैं जैसे हृदय, कैंसर रोधी, मधुमेह रोधी, संक्रामक रोधी, एलर्जी रोधी, गैस्ट्रो-आंतों की दवाएं, न्यूट्रास्यूटिकल्स आदि शामिल हैं.
पीएमबीजेपी की उत्पाद टोकरी में प्रोटीन पाउडर, माल्ट आधारित खाद्य पूरक के साथ-साथ आयुष उत्पादों जैसे आयुरक्षा किट, बालरक्षा किट और आयुष -64 टैबलेट जैसे विभिन्न न्यूट्रास्यूटिकल उत्पादों को प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में जोड़ा गया है. 2016 से भारत भर के नागरिक इस योजना के तहत लाभ प्राप्त कर रहे हैं.