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इनसे सीखें: बॉबी फिल्म देखकर मिली प्रेरणा, कबाड़ के जुगाड़ से बना दी लाजवाब बाइक

बिहार की राजधानी पटना (Patna capital of Bihar) के एक मैकेनिक ने कमाल कर दिखाया है. सीमित संसाधनों में मैकेनिक ने अपने गैरेज में लगभग 39 साल पहले भारत में बंद हो चुकी मिनी राजदूत (Mini rajdoot bike made from scrap in Patna) जैसी बाइक बनाकर सबको चौंका दिया है. यह बाइक, राजदूत (Mini rajdoot bike in Patna) से भी कम हाइट की है.

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Published : Apr 9, 2022, 7:31 PM IST

Updated : Apr 9, 2022, 8:38 PM IST

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna capital of Bihar) के एक मैकेनिक ने सीमित संसाधनों में ऐसी बाइक तैयार की है, जो देखने में फिल्मी बाइक की तरह लगती है. हालांकि यह किफायती भी है और इसका लुक इतना शानदार बना है कि लोग देखने के लिए दूर-दूर से खिंचे चले आ रहे हैं. सच कहा जाये तो मैकेनिक ने बॉबी फिल्म में दिखाई गई 'मिनी बाइक' की तरह ही इसे डिजाइन किया है. यह भी सच है कि जैसे बॉबी फिल्म के लिए थियेटरों में भीड़ उमड़ती थी, ठीक उसी तरह इस बाइक को देखने वालों की भी भीड़ उमड़ रही है.

जुगाड़ तंत्र से मॉडर्न बाइक: मिनी बाइक जैसी दिखने वाली मिनी राजदूत बाइक को राजधानी पटना के मोहन बुलेट के मालिक महताब ने बनाया है. महताब ने इसके लिए जुगाड़ तंत्र का इस्तेमाल किया है. राजदूत बनाने की कहानी भी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. महताब बॉबी फिल्म देख रहे थे. बॉबी फिल्म में ऋषि कपूर, हीरोइन को पटाने के लिए मिनी बाइक से पहुंचते हैं. इसी दौरान महताब को मन में इच्छा हुई कि मिनी राजदूत बनाई जाए. फिर महताब ने अपने पिता से बाइक बनाने की इच्छा जाहिर की. पिता ने भी महताब का हौसला बढ़ाया. फिर क्या था, महताब ने कबाड़ में पड़ी कई गाड़ियों के पार्ट्स इकट्ठा किए. बेकार पड़े कबाड़ से उन्होंने लगभग दो महीने की कड़ी मेहनत से यह मिनी राजदूत बना डाली.

मिनी राजदूत संग सेल्फी का क्रेज: महताब ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मिनी बाइक (1985 Model Mini rajdoot bike) अपने बेटे को बर्थडे पर गिफ्ट कर दिया है. हालांकि अभी महताब का बेटा आठ साल का है, इसलिए बाइक चलाने के लिए उसे इंतजार करना पड़ेगा. लेकिन ये मिनी राजदूत जब पटना की सड़कों पर निकलती है तो देखने वाले देखते रह जाते हैं. बहुत सारे लोग तो सेल्फी भी लेते हैं. लोगों के मन में तरह-तरह के जिज्ञासाएं होती हैं. सभी महताब से इसके बारे में कई तरह के सवाल करते हैं और अपनी जिज्ञासा शांत करते हैं.

देखें वीडियो

"अभी पटना में छोटी बाइक नहीं है. इसे मैंने अपने बेटे के लिए बनाया है. लेकिन वो अभी बहुत छोटा है इसलिए रख दिया है. बहुत सा सामान कबाड़ से लिया गया है. ये 85 मॉडल है. मिनी राजदूत का वजन 40 किलो है. ये छोटा जहाज है. लोग इसके बारे में पूछते रहते हैं. दिल्ली से भी लोग आए थे खरीदने के लिए. तीस हजार का खर्च इसको बनाने में लगा है."- महताब, मिनी बाइक बनाने वाले मैकेनिक

यह भी पढ़ें- जब पिता ने मोटरसाइकिल दिलाने से किया मना, तो बेटे ने साइकिल में इंजन फिट कर बनाई जुगाड़ की बाइक

यह भी पढ़ें- झारखंड के युवक ने किया कमाल, जुगाड़ तकनीक से बना डाली इलेक्ट्रिक बाइक

मिनी बाइक की खासियत: इस मिनी राजदूत को बनाने में 30 से 40 हजार रुपये खर्च हुआ है. कबाड़ के सामान से जुगाड़ करने के बाद इस मिनी बाइक को मोडलाइज किया गया है. पेंटिंग किया गया और 40 kg के लगभग में इसका वजन है. कम वजन के कारण इसे आसानी से लोग उठाकर कहीं भी रख सकते हैं. छोटे पहिए होने के कारण बड़े, बुजुर्ग, नौजवान कोई भी इसे चला सकता है. इसका माइलेज भी ठीक ठाक है. 1 लीटर में लगभग 40 से 45 किलोमीटर का माइलेज (40 KM Mileage in One Liter Patrol) इससे मिल जाता है.

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna capital of Bihar) के एक मैकेनिक ने सीमित संसाधनों में ऐसी बाइक तैयार की है, जो देखने में फिल्मी बाइक की तरह लगती है. हालांकि यह किफायती भी है और इसका लुक इतना शानदार बना है कि लोग देखने के लिए दूर-दूर से खिंचे चले आ रहे हैं. सच कहा जाये तो मैकेनिक ने बॉबी फिल्म में दिखाई गई 'मिनी बाइक' की तरह ही इसे डिजाइन किया है. यह भी सच है कि जैसे बॉबी फिल्म के लिए थियेटरों में भीड़ उमड़ती थी, ठीक उसी तरह इस बाइक को देखने वालों की भी भीड़ उमड़ रही है.

जुगाड़ तंत्र से मॉडर्न बाइक: मिनी बाइक जैसी दिखने वाली मिनी राजदूत बाइक को राजधानी पटना के मोहन बुलेट के मालिक महताब ने बनाया है. महताब ने इसके लिए जुगाड़ तंत्र का इस्तेमाल किया है. राजदूत बनाने की कहानी भी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. महताब बॉबी फिल्म देख रहे थे. बॉबी फिल्म में ऋषि कपूर, हीरोइन को पटाने के लिए मिनी बाइक से पहुंचते हैं. इसी दौरान महताब को मन में इच्छा हुई कि मिनी राजदूत बनाई जाए. फिर महताब ने अपने पिता से बाइक बनाने की इच्छा जाहिर की. पिता ने भी महताब का हौसला बढ़ाया. फिर क्या था, महताब ने कबाड़ में पड़ी कई गाड़ियों के पार्ट्स इकट्ठा किए. बेकार पड़े कबाड़ से उन्होंने लगभग दो महीने की कड़ी मेहनत से यह मिनी राजदूत बना डाली.

मिनी राजदूत संग सेल्फी का क्रेज: महताब ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मिनी बाइक (1985 Model Mini rajdoot bike) अपने बेटे को बर्थडे पर गिफ्ट कर दिया है. हालांकि अभी महताब का बेटा आठ साल का है, इसलिए बाइक चलाने के लिए उसे इंतजार करना पड़ेगा. लेकिन ये मिनी राजदूत जब पटना की सड़कों पर निकलती है तो देखने वाले देखते रह जाते हैं. बहुत सारे लोग तो सेल्फी भी लेते हैं. लोगों के मन में तरह-तरह के जिज्ञासाएं होती हैं. सभी महताब से इसके बारे में कई तरह के सवाल करते हैं और अपनी जिज्ञासा शांत करते हैं.

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"अभी पटना में छोटी बाइक नहीं है. इसे मैंने अपने बेटे के लिए बनाया है. लेकिन वो अभी बहुत छोटा है इसलिए रख दिया है. बहुत सा सामान कबाड़ से लिया गया है. ये 85 मॉडल है. मिनी राजदूत का वजन 40 किलो है. ये छोटा जहाज है. लोग इसके बारे में पूछते रहते हैं. दिल्ली से भी लोग आए थे खरीदने के लिए. तीस हजार का खर्च इसको बनाने में लगा है."- महताब, मिनी बाइक बनाने वाले मैकेनिक

यह भी पढ़ें- जब पिता ने मोटरसाइकिल दिलाने से किया मना, तो बेटे ने साइकिल में इंजन फिट कर बनाई जुगाड़ की बाइक

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मिनी बाइक की खासियत: इस मिनी राजदूत को बनाने में 30 से 40 हजार रुपये खर्च हुआ है. कबाड़ के सामान से जुगाड़ करने के बाद इस मिनी बाइक को मोडलाइज किया गया है. पेंटिंग किया गया और 40 kg के लगभग में इसका वजन है. कम वजन के कारण इसे आसानी से लोग उठाकर कहीं भी रख सकते हैं. छोटे पहिए होने के कारण बड़े, बुजुर्ग, नौजवान कोई भी इसे चला सकता है. इसका माइलेज भी ठीक ठाक है. 1 लीटर में लगभग 40 से 45 किलोमीटर का माइलेज (40 KM Mileage in One Liter Patrol) इससे मिल जाता है.

Last Updated : Apr 9, 2022, 8:38 PM IST
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