तेजपुर : मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह ने हाल ही में दावा किया कि मणिपुर के पहाड़ी सीमावर्ती गांवों में उग्रवादी समूह खुलेआम काम कर रहे हैं. कुकी बस्ती क्षेत्र के ग्रामीणों को कथित तौर पर आधुनिक हथियारों से प्रशिक्षित किया गया है, जिससे क्षेत्र में हिंसा बढ़ने की चिंता बढ़ गई है.
सिंह के सनसनीखेज दावे की पुष्टि मणिपुर की राज्यपाल अनुसूया उइकी और मणिपुर की कैबिनेट उप-समिति ने भी की है. उनके अनुसार, म्यांमार से कुकी उग्रवादी समूह आश्रय की तलाश में पहाड़ी गांवों, खासकर चुराचांदपुर और चांडाल जिलों में चले गए हैं. चिंताजनक बात यह है कि मणिपुर में सभी वर्गों के लोगों के पास अब हथियारों तक पहुंच है. ग्रामीण इलाकों में उग्रवादी विशेष प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में ग्रामीणों को सक्रिय रूप से प्रशिक्षित कर रहे हैं.
सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि ग्रामीणों को बंकर और सुरंगें स्थापित करने सहित युद्ध के विभिन्न पहलुओं में प्रशिक्षित किया जा रहा है. चौंकाने वाली बात यह है कि महिलाओं और युवाओं सहित आम लोगों को भी सीमावर्ती क्षेत्रों में हिंसा के कृत्यों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे स्थिति और खराब हो रही है.
कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि 2005 से 2008 तक उनके शासन के दौरान चरमपंथी समूहों के साथ एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिससे उन्हें हिंसक गतिविधियों में शामिल होने से रोका गया था. हालांकि, बाद के भाजपा शासन के दौरान, इस समझौते का उल्लंघन किया गया, जिससे उग्रवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई.
सिंह ने स्पष्ट किया कि मौजूदा हिंसा सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) के कार्यान्वयन से संबंधित नहीं है, क्योंकि पहाड़ी सीमावर्ती क्षेत्रों में पहले ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि मणिपुर में अवैध विदेशी प्रवास केंद्र सरकार की विदेश नीति में कमजोरियों का परिणाम था. म्यांमार की जुंटा सरकार ने उग्रवादियों के खिलाफ जारी अभियान के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के पहाड़ी कुकी प्रमुख इलाकों में बड़े पैमाने पर घुसपैठ हो रही है.
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स्थिति की गंभीरता के बावजूद, सिंह का मानना है कि राज्य और केंद्र सरकार के संयुक्त निर्णय से एक सप्ताह के भीतर स्थिति नियंत्रण में आ सकती है. हालांकि, मणिपुर में हिंसा जारी है. बुधवार को कुकी लोगों ने कांगपोकपी जिले में मैतेई लोगों के वाहनों में आग लगा दी, जिससे क्षेत्र में तनाव फैल गया. राज्य के विभिन्न हिस्सों में गोलीबारी की खबरें भी मिल रही हैं.