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हैदराबाद में 'जलपरी' रूपी बच्चे का हुआ जन्म, 2 घंटे बाद हुई मौत - hyderabad telangana

हैदराबाद के महिला अस्पताल में एक जलपरी रूपी बच्चे ने जन्म लिया. दरअसल ये बच्चा सिरेनोमेलिया या मरमेड सिंड्रोम से ग्रसित है. हालांकि बच्चे की पैदा होने के 2 घंटे बाद ही मौत हो गई. बच्चे की मां की हालत फिलहाल ठीक है.

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Published : Mar 12, 2021, 12:14 PM IST

हैदराबाद : तेलंगाना के हैदराबाद में बुधवार को एक 'जलपरी' नवजात के पैदा होने का एक अद्भुत मामला सामने आया है. जन्म लेने के कुछ घंटों बाद ही इस बच्चे ने दम तोड़ दिया.

पेटलाबुर्ज के महिला अस्पताल में बुधवार को एक महिला ने 'जलपरी' के आकार के बच्चे को जन्म दिया. हालांकि डॉक्टरों का कहना है की यह एक दुर्लभ जन्मजात विकासात्मक विकार के कारण होता है जिसे सिरेनोमेलिया या मरमेड सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है.

पढ़ें : अद्भुत : कांच की बोतल में शिव मंदिर

अस्पताल के डॉक्टरों के हिसाब से, जन्म के कुछ घंटों के अंदर ही गंभीर स्थिति के कारण बच्चे की मौत हो गई. बच्चे ने शाम के करीब 7 बजे जन्म लिया और 2 घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया. डॉक्टरों ने पुष्टि की है की बच्चे की मां की हालत अब ठीक है.

पढ़ें : ज्ञान की देवी का अद्भुत मंदिर, जिसकी सीढ़ियां झारखंड में तो छत्तीसगढ़ में है गर्भगृह

सिरेनोमेलिया या मरमेड सिंड्रोम से ग्रसित बच्चा में हड्डियां पूरी तरह से जुड़ी हुई होती हैं, साथ ही ऐसे बच्चों में जननांगों की अनुपस्थिति होती है, रीढ़ में विकार होता है, श्रोणि और यहां तक ​​कि दोनों गुर्दे की भी अनुपस्थिति होती है. इस तरह के बच्चे बहुच कम पैदा होते हैं.

हैदराबाद : तेलंगाना के हैदराबाद में बुधवार को एक 'जलपरी' नवजात के पैदा होने का एक अद्भुत मामला सामने आया है. जन्म लेने के कुछ घंटों बाद ही इस बच्चे ने दम तोड़ दिया.

पेटलाबुर्ज के महिला अस्पताल में बुधवार को एक महिला ने 'जलपरी' के आकार के बच्चे को जन्म दिया. हालांकि डॉक्टरों का कहना है की यह एक दुर्लभ जन्मजात विकासात्मक विकार के कारण होता है जिसे सिरेनोमेलिया या मरमेड सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है.

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अस्पताल के डॉक्टरों के हिसाब से, जन्म के कुछ घंटों के अंदर ही गंभीर स्थिति के कारण बच्चे की मौत हो गई. बच्चे ने शाम के करीब 7 बजे जन्म लिया और 2 घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया. डॉक्टरों ने पुष्टि की है की बच्चे की मां की हालत अब ठीक है.

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सिरेनोमेलिया या मरमेड सिंड्रोम से ग्रसित बच्चा में हड्डियां पूरी तरह से जुड़ी हुई होती हैं, साथ ही ऐसे बच्चों में जननांगों की अनुपस्थिति होती है, रीढ़ में विकार होता है, श्रोणि और यहां तक ​​कि दोनों गुर्दे की भी अनुपस्थिति होती है. इस तरह के बच्चे बहुच कम पैदा होते हैं.

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