जयपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य इंद्रेश कुमार का कहना है कि भविष्य में पाकिस्तान का वजूद ही नहीं रह जाएगा. जयपुर आए इंद्रेश कुमार ने कहा कि भविष्य में दुनिया के नक्शे से पाकिस्तान गायब हो जाएगा. उन्होंने कहा जिस तरह 1947 से पहले पाकिस्तान था ही नहीं, वैसे ही आने वाले सालों में उसका कोई वजूद नहीं रहेगा.
जयपुर में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच और हिमालय परिवार की ओर से आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे इंद्रेश कुमार चीन और पाकिस्तान पर जमकर जुबानी हमला बोला. इंद्रेश कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में दुनिया के नक्शे में पाकिस्तान का जिक्र नहीं होगा, क्योंकि पाकिस्तान ने अपनी नियति तय कर ली है. इंद्रेश कुमार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के भीतर ही बलूचिस्तान सहित अलग-अलग खंड करने की मांग चल रही है. उन्होंने यह तक कह दिया कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में रहने वाले अधिकतर मुस्लिम हिंदुस्तानी हैं.
चीन पर बरसे इंद्रेश कुमार
पाकिस्तान के साथ इंद्रेश कुमार चीन पर भी जमकर बरसे. उन्होंने ने कहा कि चीन को हमेशा दुनिया पर कब्जा करने वाला देश माना गया है. कैलाश मानसरोवर ना उसका था और ना है. इंद्रेश कुमार ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि चीन को डोकलाम और एलएसी से हटाने पर मजबूर मोदी सरकार ने ही किया.
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राम मंदिर और मस्जिद को लेकर कही यह बात
उन्होंने अयोध्या में बनाए जा रहे राम मंदिर को लेकर कहा कि खुदा रूपी राम और राम रूपी खुदा के इस मंदिर में सभी देश सभ्यता और धर्मों के लोग आ सकेंगे, लेकिन हिंदुस्तान में एक भी मस्जिद ऐसी नहीं है जिसमें मुसलमानों के 72 फिरके जाकर नमाज अदा कर सकें. ऐसे में पांच एकड़ में बनने वाली उस मस्जिद को सभी फिरकों के लिए खोल दीजिए. राहुल गांधी की ओर से चीन मसले को लेकर उठाए गए सवालों के जवाब में इंद्रेश कुमार ने राहुल गांधी को ही झूठा करार दे दिया. साथ ही धर्मांतरण समेत कई मुद्दों पर भी उन्होंने जमकर विरोध किया.
इंद्रेश कुमार ने आरोप लगाया कि सीएए का कानून आया, तो मुसलमानों को कुछ लोगों ने भड़काने का काम किया. उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, बल्कि जिन पर जुल्म हो रहा है, उन्हें नागरिकता देने का कानून था. इंद्रेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान में जुल्म हो रहे हैं, लेकिन किसी ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध, देशों ने ना तो उस धर्म के लोगों के लिए अपने दरवाजे खोले, न ही हाल लिया. केवल भारत ही है जिसने यह कानून बनाकर उन लोगों को राहत देने का काम किया है.