नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि काबुल या दुशांबे से 6 अलग-अलग उड़ानों के जरिए 550 से अधिक लोगों को निकाला गया है, जिसमें 260 से अधिक भारतीय थे. भारत सरकार ने अन्य एजेंसियों के द्वारा भी भारतीय नागरिकों को अफ़ग़ानिस्तान से निकाला है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में कल हुए आतंकी घटना पर अभी हम कुछ नहीं बोल सकते हैं. हमें अभी नहीं पता यह हमला कैसे हुआ है. हमें लगता है कि इस्लामिक स्टेट ने हमले कि ज़िम्मेदारी ली है. अभी हम देख रहे हैं कि वहां पर क्या परिस्थिति बन रही है.
तालिबान सरकार की मान्यता पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान में अभी भी जमीनी स्थिति अनिश्चित है. प्राथमिक चिंता लोगों की सुरक्षा की है. वर्तमान में, काबुल में सरकार बनाने वाली किसी भी संस्था के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है.
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अफगान शरणार्थियों पर नीति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत आने वाले अफगानों के संबंध में विदेश मंत्रालय ने ई-आपात स्थिति की घोषणा की है. ये छह महीने के वीजा हैं. इसलिए वे वर्तमान में छह महीने की वीजा व्यवस्था के तहत भारत में आ रहे हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम एक शांतिपूर्ण, समृद्ध, लोकतांत्रिक अफगानिस्तान की मांग कर रहे हैं. फिलहाल अफगानिस्तान की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
(एएनआई)