अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का गणित विभाग देश में फिर से अव्वल स्थान पर आया है. यूएस न्यूज वर्ल्ड रिपोर्ट की रैंकिंग में भारतीय संस्थानों में एएमयू के गणित विभाग को पहला स्थान मिला है. वहीं वर्ल्ड रैंकिंग में गणित विभाग को 175वीं रैंक हासिल हुई है. कुछ दिनों पहले जारी यूएस रैंकिंग में एएमयू को देश के विश्वविद्यालयों में चौथा स्थान मिला था. गणित विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर शाकिर अली ने रैंकिंग के बारे में कहा कि विभाग के सभी सदस्यों व शोधकर्ताओं के प्रयासों से यह संभव हुआ है. देश के एकमात्र गणित विभाग ने यूएस न्यूज वर्ल्ड रैंकिंग के वेबपेज पर जगह बनाई है.
AMU का गणित विभाग देश में पहले पायदान पर
गणित शुद्ध विज्ञान है. इसमें होने वाली रिसर्च महत्वपूर्ण होती है. पिछले पांच साल से एएमयू के गणित विभाग की रैंकिंग देश में पहले स्थान पर रही है. वहीं विश्व में 175वें स्थान पर एएमयू का गणित विभाग है. यह रैंक यूएस न्यूज वर्ल्ड रिपोर्ट ने जारी दी है. यहां होने वाली रिसर्च ने एएमयू के मैथमेटिक्स विभाग को सर्वोच्च दर्जा दिलाया है.
एएमयू में एप्लाइड व कोर गणित में उत्तम शोध होते हैं. विभाग की सबसे बड़ी खूबी यहां के शिक्षक और छात्र हैं. यहां पढ़ाने वाले एसोसिएट प्रोफेसर शाकिर अली ने बताया कि डिपार्टमेंट कभी बंद नहीं होता है. रात में भी शोध छात्र पढ़ाई करते हैं. प्रोफेसर भी छात्रों को बेहतर तरीके से गाइड करते हैं. यहां की लाइब्रेरी भी अद्भुत है, जिसमें प्रख्यात गणितज्ञों का मूल्यवान संग्रह है.
रिसर्च पर दिया जाता है विशेष ध्यान
बता दें कि एएमयू का गणित डिपार्टमेंट बहुत पुराना है. सन 1877 में मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज की स्थापना के साथ ही गणित को महत्वपूर्ण विषय के रूप में रखा गया था. सर सैयद अहमद खान ने भी गणित विषय पर विशेष ध्यान दिया था. 1911 में डिपार्टमेंट की बिल्डिंग बन गई थी. यहां वर्ल्ड फेमस गणितज्ञ आंद्रे विल, वीएम शाह, डॉ. जियाउद्दीन अहमद, प्रो. जेसी चक्रवर्ती, डॉ. एमए अजीज प्रमुख रहे, जिन्होंने गणित के क्षेत्र में अच्छा काम किया. डॉक्टर जियाउद्दीन अहमद ने प्रोफेसर जेसी चक्रवर्ती के साथ मिलकर शिक्षकों व शोध छात्रों के पहले ग्रुप को तैयार किया था.
110 से अधिक छात्र कर रहे शोध
यहां रिसर्च में दाखिला लेने वाले छात्रों को शुरुआत से ही कोर्स वर्क कराया जाता है. कोर्स पूरा होने के बाद उनकी ट्रेनिंग सुपरवाइजर की देखरेख में होती है. सप्ताह में दो लेक्चर रिसर्च छात्र को देना होता है. वहीं रिसर्च करने वालों को कक्षाओं में भेजा जाता है, उन्हें टीचिंग में भी प्रवीण बनाया जाता है. यह प्रक्रिया लगातार पांच साल चलती है.
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इस समय गणित विभाग में 110 से अधिक छात्र मैथ के विभिन्न आयामों पर शोध कर रहे हैं. जिसमें अलजेब्रा, ज्योमेट्री, एनालिसिस प्रमुख हैं. विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर शाकिर अली ने बताया कि आज दुनिया में कोडिंग-डिकोडिंग और क्रिप्टोग्राफी की बहुत डिमांड है. इस पर एएमयू के गणित विभाग में काम हो रहा है. यहां 10 प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिसके तहत यहां के छात्र विदेशों में पढ़ने जाते हैं और विदेशों से यहां एएमयू में पढ़ने आते हैं.
गणित में बनाया जाता है पारंगत
प्रोफेसर शाकिर अली ने बताया कि गणित में नए कोर्स भी प्लान किए जा रहे हैं. गणित विषय को और आसान बनाया जा रहा है. गणित से जुड़े सभी पाठ्यक्रमों को यहां पढ़ाया जाता है. यहां के छात्रों की खास बात यह होती है कि वह गणित से जुड़े सभी पाठ्यक्रम में पारंगत होते हैं. छात्रों को कुछ इस तरह तैयार किया जाता है कि उन्हें गणित की रुचि के अनुसार बोलने की ट्रेनिंग दी जाती है. वहीं रिसर्च के विषयों का चयन भी कराया जाता है.