नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में मदद के बहाने एटीएम बूथ के अंदर भोले-भाले लोगों का कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो शातिर बदमाश शुक्रवार को फेज दो थाने की पुलिस के साथ मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गए. घायल बदमाशों के पास से अलग-अलग बैंकों के 26 एटीएम कार्ड, चोरी की मोटरसाइकिल और तमंचा सहित अन्य सामान बरामद हुआ है. गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि फेज दो थाने की टीम शुक्रवार सुबह सेक्टर-82 कट के पास चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बिना नंबर प्लेट लगी बाइक पर सवार होकर दो युवक उधर से गुजरे. संदिग्ध लगने पर जब पुलिस टीम ने युवकों को रुकने का इशारा किया, तो वह बाइक तेजी से भगाने लगे. पुलिस के पीछा करने पर बाइक सवार बदमाशों ने रास्ते में ही बाइक छोड़ दी और तमंचे से फायर करने लगे.
इसपर पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से दोनों बाइक सवार युवक घायल हो गए. दोनों की पहचान हरियाणा के पलवल के 32 वर्षीय हनीफ और शकील के रूप में हुई. हनीफ के खिलाफ हरियाणा और यूपी के अलग-अलग थानों में सात, जबकि उसके साथी शकील के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे एक से सात तारीख के बीच फैक्टरियों और कंपनियों के आसपास स्थित एटीएम के पास खड़े होते हैं और जब कामगार और श्रमिक वर्ग के लोग पैसे निकालने आते हैं, तो मदद के बहाने उनका कार्ड बदल लेते हैं.
श्रमिक रहते हैं निशाने पर: इस दौरान गिरोह का एक व्यक्ति बातचीत में श्रमिकों को उलझाकर पिन भी चुपके से देख लेता है. जैसे ही पीड़ित बूथ के बाहर निकलता है, आरोपी भी तुरंत नजदीक के दूसरे एटीएम पर पहुंचते हैं और पैसे निकाल लेते हैं. हनीफ ही गिरोह का सरगना है और वह बीते छह साल से वारदात कर रहा है. नोएडा में भी हनीफ और उसके साथी ने कई वारदात की है. कम पढ़ी लिखी कामकाजी महिलाएं और श्रमिक गिरोह के बदमाशों के निशाने पर रहते है. कामगारों की सैलरी एक से सात तारीख के बीच आती है, ऐसे में गिरोह के बदमाश किसी भी माह के पहले सप्ताह सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं.
दो इनामी बदमाश गिरफ्तार: वहीं एक अन्य मामले में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले 25-25 हजार के इनामी दो बदमाशों को शुक्रवार को नोएडा पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया. लंबे समय से फरार रहने के कारण दोनों पर नोएडा पुलिस ने इनाम घोषित किया था. एसीपी शैव्या गोयल ने बताया कि बरौला का अश्वनी गिरोह बनाकर आर्थिक लाभ के लिए मोबाइल टॉवरों से आरआरयू सहित अन्य कीमती उपकरण की चोरी करता है. उसने गिरोह के साथियों के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर में 20 से अधिक वारदात को अंजाम दिया है.
विभिन्न धाराओं में मुकदमें में दर्ज: उन्होंने बताया कि उसके कुछ साथियों को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था, पर उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी. अश्वनी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी. शुक्रवार को जब वह किसी काम से नोएडा आया तभी मुखबिर से मिली सूचना पर सेक्टर-24 पुलिस ने उसे मोरना बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया. अश्वनी के खिलाफ अलग-अलग थानों में विभिन्न धाराओं में चार मुकदमे दर्ज हैं.
गैंगस्टर एक्ट में था वांछित: इसके अलावा सेक्टर-58 थाने की पुलिस ने भी शुक्रवार को 25 हजार के इनामी हरौला निवासी राज कमल महतो को गिरफ्तार कर लिया. वह अपने साथियों के साथ मिलकर वाहनों और मोबाइल की चोरी करता था. राज कमल भी लंबे समय से गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी सेक्टर-62 गोल चक्कर के पास से हुई. उसके खिलाफ अलग-अलग थाने में मुकदमे दर्ज है. राज कमल के कई साथी पूर्व में पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं.
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