दंतेवाड़ा : जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में अरनपुर-समेली के बीच बड़ा नक्सली हमला हुआ. जवान मंगलवार रात हार्डकोर नक्सली कमांडर और 8 लाख के इनामी जगदीश को दबोचने के लिए निकले थे. बुधवार सुबह करीब 7 बजे समेली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के दौरान जवानों के शौर्य के आगे नक्सली भाग गए. जवानों ने मौके पर सर्च ऑपरेशन चलाया.इसके बाद जवान वापस कैंप की ओर लौटने लगे.लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि ये सूचना जवानों को जाल में फंसाने के लिए है. क्योंकि जवान जैसे ही अरनपुर मार्ग पर पहुंचे नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया. इस कायराना हमले में डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए.
कौन थे जोगा कवासी : नक्सली हमले में एक युवा जवान भी शहीद हुए हैं. जिसका नाम है जोगा कवासी.जोगा कवासी ने साल 2001 में जन्म लिया.बड़ेगादम के रहने वाले जोगा कवासी भले ही उम्र में कम थे. लेकिन उनकी शौर्यता किसी से कम नहीं थी. नक्सलियों से लोहा लेने में वो कभी पीछे नहीं हटे.इस बार भी हार्डकोर नक्सली को पकड़ने के लिए वो डीआरजी टीम के साथ चले गए.इस दौरान नक्सली मुठभेड़ हुई और जोगा ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. इस दौरान नक्सली डीआरजी जवानों के हौंसले को देखकर पस्त हो गए.लेकिन जवानों को ये नहीं पता था कि नक्सलियों ने कुछ और ही प्लानिंग कर रखी है.
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जवानों के लौटते वक्त हमला : इसके बाद डीआरजी के जवान वापस लौट रहे थे. तभी अरनपुर में बड़ा आईईडी ब्लास्ट हुआ. इस घटना में जवानों के वाहन के परखच्चे उड़ गए. इस हमले में 10 जवान और वाहन चालक शहीद हो गए हैं. आपको बता दें कि बस्तर में नक्सलियों का टैक्टिकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन यानी टीसीओसी चल रहा है.इस दौरान हर बार नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देते हैं.