नई दिल्ली : पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बुधवार को कहा कि देश के वाहन उद्योग को मिश्रित ईंधन वाली प्रौद्योगिकी अपनाने की दर तेज करने के लिए फ्लेक्सी ईंधन वाले वाहनों (flexi fuel vehicles) को विभिन्न कीमत स्तरों पर मुहैया कराना होगा. पुरी ने वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार फ्लेक्सी ईंधन की बिक्री के लिए आपूर्ति, नीति एवं मांग से जुड़े बिंदुओं पर उद्योग जगत को पूरा समर्थन देगी.
फ्लेक्सी ईंधन यानी एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को सरकार प्रोत्साहन देने की नीति पर चल रही है. ई10 श्रेणी वाले फ्लेक्सी ईंधन में पेट्रोल के साथ 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता है जबकि ई20 श्रेणी वाले फ्लेक्सी ईंधन में 20 प्रतिशत एथेनॉल का मिश्रण होता है. पुरी ने कहा, "मुझे लगता है कि हमें फ्लेक्सी ईंधन से चलने वाले वाहनों को विभिन्न कीमत स्तरों पर मुहैया कराने की जरूरत है. इसमें दोपहिया और तिपहिया वाहन भी शामिल हैं. इसके साथ ही हमें यह विकल्प जल्दी मुहैया कराना होगा."
उन्होंने हाल ही में जापानी कार विनिर्माता टोयोटा की तरफ से फ्लेक्सी ईंधन पर चलने वाली हाइब्रिड कार को पायलट स्तर पर पेश किए जाने का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि यह घटनाक्रम मिश्रित ईंधन के मामले में तेजी से बदलती स्थिति को दर्शाता है.उन्होंने कहा कि सरकार ई20 ईंधन पेश करने के लिए तैयार है. पुरी ने कहा, "हमें यकीन है कि इस ईंधन का 1,000 करोड़ लीटर उत्पादन का लक्ष्य पांच साल के पहले ही हासिल कर लिया जाएगा. अप्रैल 2023 तक चुनिंदा पेट्रोल पंप पर ई20 ईंधन को उपलब्ध कराने की पायलट परियोजना के लिए हम तैयार होंगे." उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनाल मिश्रण वाले ई20 ईंधन से भारतहर साल करीब 30,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत कर पाएगा.
(पीटीआई-भाषा)