नई दिल्ली : देश में पहली बार अब ड्रोन से दवाओं की सप्लाई शुरू होने जा रही है. इस प्रोजेक्ट को 'मेडिसिन फ्रॉम द स्काई' (आसमान से दवाएं) का नाम दिया गया है. ड्रोन की मदद से दवाओं और टीके की सप्लाई की शुरुआत पायलट परियोजना के तहत की जाएगी.
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश के औषधि क्षेत्र में अनुसंधान को मजबूत करने और शोध संस्थानों तथा उद्योग के बीच मजबूत गठजोड़ सुनिश्चित करने की आवश्यकता है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश ने औषधि क्षेत्र में प्रभावी प्रगति की है, जिससे भारत 'विश्व की फार्मेसी' के रूप में उभरा है.
मंडाविया ने कहा हम फॉर्मूले बनाने में बहुत आगे है लेकिन अनुसंधान में पिछड़ रहे हैं. अनुसंधान में हम किस तरह आगे प्रगति करें, इसके लिए एनआईपीईआर द्वारा आयोजित व्याख्यान श्रृंखला से एक तरह मानचित्र उभर कर आना चाहिए.
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उन्होंने एनआईपीईआर मोहाली द्वारा आयोजित 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत साप्ताहिक समारोह का ऑनलइन उद्घाटन करते हुए कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (एनआईपीईआर) को भी एक रूपरेखा तैयार करने चाहिए कि उद्योग के साथ वह कैसे सहयोग कर सकते हैं.
रसायन और उर्वरक मंत्रालय आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 4 से 10 अक्तूबर, 2021 तक विभिन्न कार्य्रक्रम आयोजित कर रहा है. आजादी का अमृत महोत्सव भारत सरकार की एक पहल है, जो भारत के प्रगतिशील 75 साल और लोगों, संस्कृति के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए है.
(पीटीआई-भाषा)