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मणिपुर चुनावी हिंसा: पोलिंग बूथ में मतदान स्थगित, कांग्रेस नेता ने की जांच की मांग

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बाद कांगकोकपी निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर वोटिंग रोक दी गई थी. सुरक्षाकर्मियों को भी स्थिति पर काबू पाने के लिए हवा में फायरिंग करनी पड़ी. हिंसा में लिप्तता के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान के आदेश दिए जाने की संभावना है. दूसरी तरफ, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने चुनाव आयोग से मणिपुर में पहले चरण के मतदान में मतदाताओं की शिकायत दूर करने और कई मतदान केन्द्रों पर सामने आ रही गड़बड़ी की उचित जांच करने की मांग की है.

मणिपुर चुनावी हिंसा
मणिपुर चुनावी हिंसा
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Published : Feb 28, 2022, 7:41 PM IST

Updated : Feb 28, 2022, 8:17 PM IST

इंफान : मणिपुर में पहले चरण के चुनाव (first phase of election in Manipur) के दौरान राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच हिंसा (violence between supporters of rival political parties) की छिटपुट घटनाएं हुईं. इस वजह से एक पोलिंग बूथ में मतदान स्थगित कर दिया गया. इस दौरान तनावपूर्ण स्थिति पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को हवा में फायरिंग करनी पड़ी.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य के 38 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की चार घटनाएं हुईं. चार पोलिंग बूथों में से तीन में दोबारा मतदान (voting resumed in three polling booths in Manipur) कराया गया. वहीं, एक पोलिंग बूथ में राजनीतिक दलों के समर्थकों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को नष्ट कर दिया (political parties supporters damaged evms), जिसकी वजह से वहां मतदान स्थगित कर दिया गया है.

पढ़ें : कांग्रेस ने मणिपुर चुनाव से पहले अपने एक प्रत्याशी को पार्टी से निकाला

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बाद कांगकोकपी निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर वोटिंग रोक दी गई थी. सुरक्षाकर्मियों को भी स्थिति पर काबू पाने के लिए हवा में फायरिंग करनी पड़ी. हिंसा में लिप्तता के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान के आदेश दिए जाने की संभावना है. अन्य तीन मतदान केंद्रों में जहां हिंसा हुईं, वहां स्थिति सामान्य होने के बाद मतदान फिर से शुरू हो गया.

मतदान केंद्रों पर हुई गड़बड़ी की उचित जांच हो : जयराम रमेश

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने सोमवार को एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि चुराचांदपुर के रहने वाले एक युवा डेनिस ललिंजुओल आज अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्र पर गए, तो पता चला कि उनका वोट पहले ही डाला जा चुका है. यह कदाचार की अकेली घटना नहीं है. उन्होंने चुनाव आयोग और मणिपुर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से सम्बंध में जांच करने की मांग की है.

बता दें कि मणिपुर के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है. पहले चरण में कुल 38 विधानसभा सीटों पर मतदान हुए. उनमें से 29 पर्वतीय क्षेत्र की सीटें हैं. ये 29 विधानसभा सीटें इम्फाल ईस्ट, इम्फाल वेस्ट और बिष्णुपुर जिले की है. अन्य नौ विधानसभा सीटें चूड़ाचंदपुर, कांगपोकपी और फेरजॉल जिले की हैं. मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 173 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनमें 15 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं.

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के साथ ही उनके मंत्रिमंडल के साथी थोंगम बिस्वजीत सिंह, विधानसभा के स्पीकर वाई खेमचंद सिंह, डिप्टी सीएम युमनाम जोयकुमार के साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एन लोकेश सिंह की किस्मत का फैसला भी इसी चरण में होना है.

इंफान : मणिपुर में पहले चरण के चुनाव (first phase of election in Manipur) के दौरान राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच हिंसा (violence between supporters of rival political parties) की छिटपुट घटनाएं हुईं. इस वजह से एक पोलिंग बूथ में मतदान स्थगित कर दिया गया. इस दौरान तनावपूर्ण स्थिति पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को हवा में फायरिंग करनी पड़ी.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य के 38 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की चार घटनाएं हुईं. चार पोलिंग बूथों में से तीन में दोबारा मतदान (voting resumed in three polling booths in Manipur) कराया गया. वहीं, एक पोलिंग बूथ में राजनीतिक दलों के समर्थकों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को नष्ट कर दिया (political parties supporters damaged evms), जिसकी वजह से वहां मतदान स्थगित कर दिया गया है.

पढ़ें : कांग्रेस ने मणिपुर चुनाव से पहले अपने एक प्रत्याशी को पार्टी से निकाला

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के बाद कांगकोकपी निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर वोटिंग रोक दी गई थी. सुरक्षाकर्मियों को भी स्थिति पर काबू पाने के लिए हवा में फायरिंग करनी पड़ी. हिंसा में लिप्तता के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान के आदेश दिए जाने की संभावना है. अन्य तीन मतदान केंद्रों में जहां हिंसा हुईं, वहां स्थिति सामान्य होने के बाद मतदान फिर से शुरू हो गया.

मतदान केंद्रों पर हुई गड़बड़ी की उचित जांच हो : जयराम रमेश

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने सोमवार को एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि चुराचांदपुर के रहने वाले एक युवा डेनिस ललिंजुओल आज अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्र पर गए, तो पता चला कि उनका वोट पहले ही डाला जा चुका है. यह कदाचार की अकेली घटना नहीं है. उन्होंने चुनाव आयोग और मणिपुर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से सम्बंध में जांच करने की मांग की है.

बता दें कि मणिपुर के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है. पहले चरण में कुल 38 विधानसभा सीटों पर मतदान हुए. उनमें से 29 पर्वतीय क्षेत्र की सीटें हैं. ये 29 विधानसभा सीटें इम्फाल ईस्ट, इम्फाल वेस्ट और बिष्णुपुर जिले की है. अन्य नौ विधानसभा सीटें चूड़ाचंदपुर, कांगपोकपी और फेरजॉल जिले की हैं. मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 173 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनमें 15 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं.

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के साथ ही उनके मंत्रिमंडल के साथी थोंगम बिस्वजीत सिंह, विधानसभा के स्पीकर वाई खेमचंद सिंह, डिप्टी सीएम युमनाम जोयकुमार के साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एन लोकेश सिंह की किस्मत का फैसला भी इसी चरण में होना है.

Last Updated : Feb 28, 2022, 8:17 PM IST
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