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माणिक सरकार ने DYFI के कार्यकर्ताओं पर हमले की निंदा की

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने DYFI के कार्यकर्ता पर हमले की कड़ी निन्दा की है. उनके सामने DYFI के कार्यकर्ता पर हमले का वीडियो आया है जिसपर उन्होंने तीव्र प्रतिक्रिया दी है.

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार
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Published : May 24, 2021, 9:22 AM IST

Updated : May 24, 2021, 2:31 PM IST

अगरतलाः त्रिपुरा में विपक्षी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने राज्यभर में SFI-DYFI के कार्यकर्ताओं पर हमलों का कड़ा विरोध किया है. सरकार ने उनाकोटी जिले के कैलाशहर अनुमंडल अंतर्गत फुलताली पंचायत में एक DYFI कार्यकर्ता पर हुए हमले का भी विशेष रूप से उल्लेख किया.

जानकारी के मुताबिक, हाल ही में DYFI कार्यकर्ता प्रसन्न दास की वीडियो वायरल हो रही है. वीडियो में दिखाया गया है कि उसके कपड़े फाड़ दिये गए हैं और कपड़े में खून की छींटे पड़ी है. स्क्रीन के पीछे से एक युवक प्रसन्न को उठक-बैठक करवाने के साथ जय श्री राम के नारे लगवा रहा है. ये वीडियो देखने के बाद माणिक सरकार ने तीव्र प्रतिक्रिया दी है.

DYFI के कार्यकर्ताओं पर हमले

माकपा पार्टी की युवा शाखा की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर के दौरे पर आए माणिक सरकार ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने हाल ही में DYFI के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले की निन्दा कर कहा कि सत्ताधारी पार्टी की युवा शाखा सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बजाय हिंसक गतिविधयों में लिप्त है.

उन्होंने कहा कि समाज के सभी क्षेत्रों में वामपंथी दलों से जुड़े छात्रों और युवा नेताओं की अपनी पहचान है. रक्तदान शिविर, मास्क वितरण, स्वच्छता आदि कार्यक्रमों के माध्यम से राज्यभर में किए गए कार्यों के माध्यम से उनकी सामाजिक प्रतिबद्धताएं बार-बार साबित होती रही हैं.

पढ़ेंः सागर हत्याकांड : पहलवान सुशील कुमार को 6 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया

दूसरी ओर, सत्ताधारी पार्टी की युवा शाखा के सदस्य सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में विफल हैं जिसके कारण वे वामपंथी युवाओं से ईर्ष्या करने के साथ-साथ उनके प्रति उग्र हो रहे हैं.

सरकार ने इन हमलों के पीछे भाजपा नेताओं के हाथ होने का अंदेशा जताते हुए कहा कि जो लोग इस हमले में संलिप्त हैं वे समान आयु वर्ग के हैं. जनता से लगातार समर्थन कम होने और वरिष्ठ नेताओं के उकसावे के कारण युवा कार्यकर्ता इन सभी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.

उन्होंने घटना की निन्दा करते हुए कहा कि भाजपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने अब तक इन घटनाओं पर खेद व्यक्त नहीं किया है, जो कि दुखद है. ये सभी सत्ताधारी पार्टी की कमजोरी का संकेत है.

सरकार ने कहा कि आज भगवान राम ने भी खुद को फांसी लगा ली होती, अगर वह देख लेते कि कैसे उनके स्वयंभू अनुयायी उनके नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं.

अगरतलाः त्रिपुरा में विपक्षी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने राज्यभर में SFI-DYFI के कार्यकर्ताओं पर हमलों का कड़ा विरोध किया है. सरकार ने उनाकोटी जिले के कैलाशहर अनुमंडल अंतर्गत फुलताली पंचायत में एक DYFI कार्यकर्ता पर हुए हमले का भी विशेष रूप से उल्लेख किया.

जानकारी के मुताबिक, हाल ही में DYFI कार्यकर्ता प्रसन्न दास की वीडियो वायरल हो रही है. वीडियो में दिखाया गया है कि उसके कपड़े फाड़ दिये गए हैं और कपड़े में खून की छींटे पड़ी है. स्क्रीन के पीछे से एक युवक प्रसन्न को उठक-बैठक करवाने के साथ जय श्री राम के नारे लगवा रहा है. ये वीडियो देखने के बाद माणिक सरकार ने तीव्र प्रतिक्रिया दी है.

DYFI के कार्यकर्ताओं पर हमले

माकपा पार्टी की युवा शाखा की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर के दौरे पर आए माणिक सरकार ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने हाल ही में DYFI के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले की निन्दा कर कहा कि सत्ताधारी पार्टी की युवा शाखा सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बजाय हिंसक गतिविधयों में लिप्त है.

उन्होंने कहा कि समाज के सभी क्षेत्रों में वामपंथी दलों से जुड़े छात्रों और युवा नेताओं की अपनी पहचान है. रक्तदान शिविर, मास्क वितरण, स्वच्छता आदि कार्यक्रमों के माध्यम से राज्यभर में किए गए कार्यों के माध्यम से उनकी सामाजिक प्रतिबद्धताएं बार-बार साबित होती रही हैं.

पढ़ेंः सागर हत्याकांड : पहलवान सुशील कुमार को 6 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया

दूसरी ओर, सत्ताधारी पार्टी की युवा शाखा के सदस्य सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में विफल हैं जिसके कारण वे वामपंथी युवाओं से ईर्ष्या करने के साथ-साथ उनके प्रति उग्र हो रहे हैं.

सरकार ने इन हमलों के पीछे भाजपा नेताओं के हाथ होने का अंदेशा जताते हुए कहा कि जो लोग इस हमले में संलिप्त हैं वे समान आयु वर्ग के हैं. जनता से लगातार समर्थन कम होने और वरिष्ठ नेताओं के उकसावे के कारण युवा कार्यकर्ता इन सभी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं.

उन्होंने घटना की निन्दा करते हुए कहा कि भाजपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने अब तक इन घटनाओं पर खेद व्यक्त नहीं किया है, जो कि दुखद है. ये सभी सत्ताधारी पार्टी की कमजोरी का संकेत है.

सरकार ने कहा कि आज भगवान राम ने भी खुद को फांसी लगा ली होती, अगर वह देख लेते कि कैसे उनके स्वयंभू अनुयायी उनके नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं.

Last Updated : May 24, 2021, 2:31 PM IST
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