नई दिल्ली : कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, देश में आम का उत्पादन 4.24 प्रतिशत बढ़कर 21.12 मिलियन टन होने का अनुमान है. साल 2019-20 में फलों के राजा आम का उत्पादन जुलाई-जून के दौरान 20.26 मिलियन टन रहा.
दक्षिणी और पश्चिमी भारत से आम आना शुरू हो गया है, जबकि उत्तर प्रदेश जैसे उत्तरी राज्यों में आम का मौसम जून के मध्य से शुरू होगा. हालांकि, अन्य ग्रीष्मकालीन फलों का उत्पादन, खरबूज और तरबूज का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम रहने का अनुमान है. फसल वर्ष 2020-21 के लिए मंत्रालय द्वारा जारी बागवानी फसल उत्पादन का पहला अनुमान है.
इस साल खरबूज का उत्पादन 1.30 मिलियन टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 1.36 मिलियन टन था, जबकि तरबूज का उत्पादन पिछले साल 3.15 मिलियन टन के मुकाबले 3.12 मिलियन टन होने का अनुमान है.
केले का उत्पादन पिछले वर्ष 32.59 मिलियन टन की तुलना में इस वर्ष भी 33.75 मिलियन टन अधिक होने का अनुमान है.
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कुल फल उत्पादन पिछले साल के 102 मिलियन टन से बढ़कर इस साल 103.22 मिलियन टन होने की संभावना है.
प्रमुख सब्जियां आलू और प्याज का उत्पादन - पिछले वर्ष से अधिक होने का अनुमान है. टमाटर के मामले में, उत्पादन पिछले साल के 21.17 मिलियन टन के मुकाबले इस साल 20.14 मिलियन टन तक थोड़ा कम आंका गया है.
पिछले साल के 26.09 मिलियन टन से प्याज का उत्पादन इस साल बढ़कर 26.29 मिलियन टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल आलू का उत्पादन 48.56 मिलियन टन हुआ था, जो इस बार बढ़कर 53.11 मिलियन टन होने की संभावना है.
देश में कुल सब्जियों का उत्पादन 2020-21 में 193.60 मिलियन टन हो सकता है, जो पिछले वर्ष 188.90 मिलियन टन से अधिक है.
इस साल शहद का उत्पादन 1,20,000 टन रहने का अनुमान है, जबकि मसाला उत्पादन इस साल 10.24 मिलियन टन से थोड़ा कम होने का अनुमान है.
पिछले साल 320.76 मिलियन टन से बागवानी फसलों का कुल उत्पादन 2020-21 में 326.57 तक बढ़ने का अनुमान है.
पढ़ेंः थानों में 'महिला हेल्प डेस्क' बनाने के लिए दिए गए 200 करोड़: गृह मंत्रालय