नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली सरकार के बीच टकराव अक्सर सामने आता रहता है, लेकिन इस बार मामला कुछ और लग रहा है. दरअसल, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की तारीफ की है.
इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) के दीक्षांत समारोह में एलजी वीके सक्सेना और सीएम दोनों एक ही मंच पर नजर आए. इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए एलजी वीके सक्सेना ने अपने भाषण में खुले मंच से आतिशी की जमकर तारीफ की तो, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आईना भी दिखाया.
#WATCH | Delhi: At the 7th Convocation of Indira Gandhi Delhi Technical University for Women (IGDTUW), Delhi LG VK Saxena says, " i am very happy that the chief minister of delhi is a woman. i can say with confidence that she is a thousand times better than her predecessor..." pic.twitter.com/4iTDNmYLwv
— ANI (@ANI) November 22, 2024
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि दिल्ली की मौजूदा सीएम आतिशी अपने पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री से 1000 गुना ज्यादा बेहतर हैं. हालांकि सक्सेना ने इस दौरान अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं लिया. लेकिन, उनका इशारा केजरीवाल की तरफ ही था. उनका साफ तौर पर कहना था कि आतिशी अरविंद केजरीवाल से एक हजार गुना बेहतर सीएम हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री एक महिला है. उन्होंने कई कामों को लेकर आतिशी की तारीफ की. एलजी वीके सक्सेना ने यह सभी बातें मुख्यमंत्री आतिशी और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर योगेश सिंह की उपस्थिति में कहीं. मंच पर भी एलजी और आतिशी बड़े ही सौहार्दपूर्ण तरीके से बातचीत करते नजर आए.
सक्सेना ने अपने संबोधन में यह बताया कि कैसे एक महिला के रूप में आतिशी ने लिंग भेद की दीवार को तोड़ने का उदाहरण प्रस्तुत किया है. उनके अनुसार, एक महिला का मुख्यमंत्री होना न केवल दिल्ली के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह सभी युवतियों के लिए प्रेरणा भी है. उन्होंने छात्रों को आत्म-उत्तरदायित्व, परिवार की जिम्मेदारी, समाज और राष्ट्र की सेवा की महत्वता के साथ-साथ स्वयं को एक सशक्त महिला के रूप में साबित करने की सलाह दी.
सितंबर में मुख्यमंत्री बनी थीं आतिशी: अरविंद केजरीवाल ने सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद आतिशी ने इस पद की शपथ ली. केजरीवाल ने इस्तीफे का कारण अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को बताया था और उन्होंने जनता से "ईमानदारी का प्रमाण पत्र" मांगा. यह बदलाव दिल्ली की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था, खासकर जब से केजरीवाल और उपराज्यपाल के बीच शासन और नौकरशाही के मुद्दों पर मतभेद बढ़ते गए थे.
आम आदमी पार्टी और एलजी में तकरार: दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और उपराज्यपाल के बीच प्रशासनिक नियंत्रण को लेकर कई बार तकरार हो चुकी है. पिछले कुछ महीनों में, केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर कई बार आरोप लगाए हैं, जिसमें दिल्ली सरकार के अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में भर्ती प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने का आरोप भी शामिल है हाल ही में बस मार्शलों के मुद्दे पर आप नेताओं ने उपराज्यपाल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया था, जिससे प्रशासनिक तनाव और बढ़ गया है.
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