लखनऊ : बस्ती जिले में बीते 19 अक्टूबर को सीएम योगी का एक कार्यक्रम था. सीएम के कार्यक्रम से पहले प्रेक्षागृह में लाइसेंसी हथियार लेकर एक व्यक्ति पहुंचा हुआ था. इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. इस मामले में 7 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे, जिनमें 4 को निलंबित किया गया है. पुलिस ने बताया कि 3 पुलिसकर्मियों के बारे में रिपोर्ट भेज दी गई है. पुलिस विभाग इस मामले में कार्रवाई कर रहा है. वहीं, इसको देखते हुए अब सीएम योगी की सुरक्षा और भी चाक-चौबंद कर दी गई है.
बस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यह घटना वीआईपी नेता का हेलीकॉप्टर लैंड होने से 40 मिनट पहले हुई थी. शुरुआती जांच में बस्ती जिले में तैनात 4 पुलिसकर्मियों समेत 7 पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है.
इनमें से 2 पुलिसकर्मी सिद्धार्थनगर और 1 संत कबीर नगर में तैनात थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस्ती जिले में सीएम का वीआईपी कार्यक्रम था. उनके आने के 45 मिनट पहले एक शख्स अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर ऑडिटोरियम में पहुंचा था.
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19 अक्टूबर को बस्ती में अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम था. कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए बस्ती के साथ ही अन्य जनपदों के पुलिस कर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी. प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री के आने से करीब आधा घंटा पहले गौर ब्लॉक प्रमुख के पति/ प्रतिनिधि जटाशंकर शुक्ल पहुंचे. साथ में उनके छोटे भाई अमरदीप शुक्ला का सगा साला जितेन्द्र पाण्डेय भी उनका लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर प्रेक्षागृह के अंदर पहुंच गया. उसे बाहर निकाला गया.
निलंबित पुलिसकर्मियों में एसआई विंध्याचल, एसआई हरि राय, मुख्य आरक्षी शिवधनी, राम प्रकाश शामिल है. जबकि एसआई रमाशंकर मिश्रा, आरक्षी वरुण यादव , अवधेश कुमार के निलंबन के लिए एसपी ने पत्र लिखा है.