कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए लोगों से कोविड-19 प्रोटोकॉल और राज्य सरकार की ओर से लागू प्रतिबंधों का पालन करने का बृहस्पतिवार को आग्रह किया. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि महामारी का बढ़ना नियंत्रित नहीं होता है तो प्रशासन कड़े कदम उठाएगा.
उन्होंने प्रशासन से अंतर-राज्यीय सीमाओं पर आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने के लिए कहा और पुलिस को निर्देश दिया कि जो लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं, उनसे निपटने के लिए कड़े कदम उठाएं.
बनर्जी ने कहा कि वह शुक्रवार को सचिवालय नहीं आएंगी क्योंकि उनके दोनों चालक कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के दूसरे परिसर के उद्घाटन में शहर के कालीघाट स्थित अपने कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल होंगी.
प्रधानमंत्री कार्यालाय (पीएमओ) ने कहा है कि पूरा कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित होगा.
सचिवालय में ऑनलाइन माध्यम से पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि शहर के पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) आकाश मघरिया सहित उनकी सरकार के सभी महत्वपूर्ण अधिकारी कोरोना वायरस से पीड़ित हैं. उनके भाई की पत्नी भी इस बीमारी की जांच में संक्रमित मिली हैं.
उन्होंने कहा, अगले 15 दिन काफी महत्वपूर्ण होंगे. अपना और अपनों का भी पूरा ध्यान रखें. दस्ताने का उपयोग करने का प्रयास करें, अपने सिर को टोपी से ढकें और घर लौटने के बाद स्वच्छता बनाए रखें. तभी हम स्वयं को बचा सकते हैं.
पढ़ें :- फरवरी में पीक पर होगी कोरोना की तीसरी लहर, अप्रैल में तेजी से घटेंगे केस : IIT Kanpur
लोगों से प्रतिबंधों का पालन करने का आग्रह करते हुए, बनर्जी ने कहा, हमने लोगों के जीवन और लोगों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंध लगाए हैं. लेकिन यदि हम देखते हैं कि इन सभी प्रतिबंधों के बावजूद महामारी बढ़ रही है, तो हम कड़े प्रतिबंधों का विकल्प चुन सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीके की 10,77,64,007 करोड़ खुराक दी जा चुकी है, लेकिन राज्य की लगभग 40 प्रतिशत आबादी को दूसरी खुराक मिलना बाकी है.