कोलकाता : बंगाल की सबसे चर्चित सीट नंदीग्राम पर मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. जीत और हार को लेकर भी सस्पेंस रहा. यहां समाचार एजेंसी एएनआई ने पहले ममता के 1200 वोट से जीतने की खबर दी. बाद में भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी ने जीत दर्ज की. हालांकि निर्वाचन आयोग ने इसकी कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है.
चुनाव को लेकर जहां टीएमसी ने दोबारा मतगणना की मांग की, वहीं, ममता ने कहा, 'नंदीग्राम के बारे में चिंता मत कीजिए मैं नंदीग्राम के लिए संघर्ष करती हूं क्योंकि मैंने एक आंदोलन लड़ा है. जो हुआ ठीक है नंदीग्राम वालों को जो भी फैसला देना है, मैं उसे स्वीकार करती हूं, हमने 221 से अधिक सीटें जीतीं हैं भाजपा चुनाव हार गई है.'
इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि ममता 1200 वोटों से नंदीग्राम सीट जीत गईं हैं.
बता दें की नंदीग्राम सीट पश्चिम बंगाल की सबसे चर्चित सीट मानी जा रही थी. यहां से कभी ममता के साथ रहे शुभेंदु अधिकारी ही उन्हें टक्कर दे रहे थे. शुभेंदु अधिकारी ने मतदान से पहले दावा किया था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 50000 वोट से हराएंगे.
बता दें 2016 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो यहां से शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी. चुनाव जीतने के बाद शुभेंदु अधिकारी को पश्चिम बंगाल सरकार में परिवहन मंत्री बनाया गया था.
पश्चिम बंगाल के 2016 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर बीजेपी को साढ़े 5 फीसदी से भी कम वोट मिले थे. इस सीट पर कुल वैध मतों की संख्या 2 लाख 01 हजार 552 थी. इनमें से बीजेपी उम्मीदवार बिजन कुमार दास को मात्र 10 हजार वोट ही हासिल हुए थे.
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2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शुभेंदु ने सीपीआई के अब्दुल कबीर शेख को करीब 81 हजार वोटों से हराया था. इन चुनावों में शुभेंदु को 1 लाख से ज्यादा वोट हासिल हुए थे. बात अगर वोट प्रतिशत की करें तो उनको 67 फीसद मत प्राप्त हुए थे. वहीं, उनके प्रतिद्वंदी कबीर को सिर्फ 53 हजार वोटों से संतुष्ट होना पड़ा. इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी.