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ममता बनर्जी को झूठे दावों के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए : भाजपा सांसद

चुनाव आयोग ने टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी के साथ नंदीग्राम में हुई घटना को पूर्व नियोजित हमला मनाने से इनकार कर दिया है. चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा में चूक के चलते उन्हें चोटें आईं. वहीं, अब भाजपा ने ममता पर हमला बोला है और कहा है कि मुख्यमंत्री को झूठे दावे करने के लिए नंदीग्राम के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.

भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी
भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी
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Published : Mar 14, 2021, 10:59 PM IST

कोलकाता : भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि नंदीग्राम में 10 मार्च को हुई घटना को लेकर कथित झूठे दावे करने के लिए बनर्जी को वहां के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.

ममता बनर्जी 10 मार्च को नंदीग्राम में हुए कथित हमले में घायल हो गई थीं. उन्होंने आरोप लगाया था कि उन पर हमला करने के लिए साजिश रची गई थी.

लॉकेट चटर्जी ने कहा कि चोटिल होने के बाद अस्पताल में भर्ती बनर्जी को देखने के लिए वह और उनकी पार्टी के अन्य नेता अस्पताल गए थे. हालांकि, मुख्यमंत्री ने हमसे मिलने से इनकार कर दिया और लगातार यही आरोप लगाया कि भाजपा के लोगों ने उन्हें धकेला था.

चुनाव आयोग ने भी अपने निष्कर्ष में पाया कि एक दुर्घटना के चलते मुख्यमंत्री को चोटें आईं और यह एक हमला नहीं था.

हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि इस मामले में उनकी सरकार के शीर्ष अधिकारियों द्वारा दायर रिपोर्ट और बनर्जी की बातों में ही विरोधाभास है, जिसमें यह साफ है कि किसी ने उन पर हमला नहीं किया और यह केवल एक दुर्घटना थी.

चटर्जी ने ममता बनर्जी पर इस घटना के जरिए लोगों की सहानुभूति पाने का आरोप लगाया.

इससे पहले चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में पूर्व नियोजित हमला होने की बात से इनकार करते हुए रविवार को संकेत दिए कि सुरक्षा में चूक के चलते उन्हें चोटें आईं. सूत्रों ने कहा कि आयोग ने दो विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों एवं राज्य सरकार की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि तृणमूल कांग्रेस की नेता बनर्जी को जो चोटें आई हैं, वे उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों की चूक का परिणाम हैं.

सूत्रों ने विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दुबे की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि घटना के समय बनर्जी साधारण वाहन का इस्तेमाल कर रही थीं, जबकि उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय बुलेट प्रूफ कार में सवार थे.

यह भी पढ़ें- चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के सुरक्षा निदेशक को निलंबित किया, गंभीर लापरवाही के आरोप

सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा घटना जिस स्थान पर हुई, उस इलाके के निर्वाचन अधिकारी की मंजूरी नहीं ली गई थी. इसके चलते चुनाव अधिकारी वीडियोग्राफरों या उड़न दस्ते को तैनात नहीं कर पाए.

बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान गिर गई थीं और उनके बाएं पैर एवं कमर में चोटें आई थीं. आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया था.

कोलकाता : भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि नंदीग्राम में 10 मार्च को हुई घटना को लेकर कथित झूठे दावे करने के लिए बनर्जी को वहां के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.

ममता बनर्जी 10 मार्च को नंदीग्राम में हुए कथित हमले में घायल हो गई थीं. उन्होंने आरोप लगाया था कि उन पर हमला करने के लिए साजिश रची गई थी.

लॉकेट चटर्जी ने कहा कि चोटिल होने के बाद अस्पताल में भर्ती बनर्जी को देखने के लिए वह और उनकी पार्टी के अन्य नेता अस्पताल गए थे. हालांकि, मुख्यमंत्री ने हमसे मिलने से इनकार कर दिया और लगातार यही आरोप लगाया कि भाजपा के लोगों ने उन्हें धकेला था.

चुनाव आयोग ने भी अपने निष्कर्ष में पाया कि एक दुर्घटना के चलते मुख्यमंत्री को चोटें आईं और यह एक हमला नहीं था.

हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि इस मामले में उनकी सरकार के शीर्ष अधिकारियों द्वारा दायर रिपोर्ट और बनर्जी की बातों में ही विरोधाभास है, जिसमें यह साफ है कि किसी ने उन पर हमला नहीं किया और यह केवल एक दुर्घटना थी.

चटर्जी ने ममता बनर्जी पर इस घटना के जरिए लोगों की सहानुभूति पाने का आरोप लगाया.

इससे पहले चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में पूर्व नियोजित हमला होने की बात से इनकार करते हुए रविवार को संकेत दिए कि सुरक्षा में चूक के चलते उन्हें चोटें आईं. सूत्रों ने कहा कि आयोग ने दो विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों एवं राज्य सरकार की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि तृणमूल कांग्रेस की नेता बनर्जी को जो चोटें आई हैं, वे उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों की चूक का परिणाम हैं.

सूत्रों ने विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दुबे की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि घटना के समय बनर्जी साधारण वाहन का इस्तेमाल कर रही थीं, जबकि उनके सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय बुलेट प्रूफ कार में सवार थे.

यह भी पढ़ें- चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के सुरक्षा निदेशक को निलंबित किया, गंभीर लापरवाही के आरोप

सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा घटना जिस स्थान पर हुई, उस इलाके के निर्वाचन अधिकारी की मंजूरी नहीं ली गई थी. इसके चलते चुनाव अधिकारी वीडियोग्राफरों या उड़न दस्ते को तैनात नहीं कर पाए.

बनर्जी बुधवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान गिर गई थीं और उनके बाएं पैर एवं कमर में चोटें आई थीं. आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया था.

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