कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में आठ चरण में विधानसभा चुनाव कराए जाने की घोषणा पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें संदेह है कि तारीखों की घोषणा भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार की गई है.
बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को राज्य को 'भगवा खेमे की आंखों से' नहीं देखना चाहिए, उनका इशारा भाजपा की ओर था.
उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग का पूरा सम्मान करते हुए मैं यह कहना चाहती हूं कि इस पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं कि बंगाल में कई चरणों में चुनाव क्यों होंगे, जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में मतदान होगा. यदि चुनाव आयोग लोगों को न्याय प्रदान नहीं करता तो लोग, कहां जाएंगे.'
बनर्जी ने कहा कि 'इन सभी चालों' के बावजूद, वह चुनाव जीतेंगी.
उन्होंने कहा, 'मुझे अपने सूत्रों से जानकारी मिली है कि चुनाव की तारीखें उसी अनुरूप हैं, जिस तरह से भाजपा चाहती थी. क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार तारीखों की घोषणा की गई है? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री राज्य के चुनाव के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं.'
'बंगाल को भाजपा से बेहतर जानती हूं'
बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बारे में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वह राज्य की बेटी हैं और बंगाल को भाजपा से बेहतर जानती हैं. ममता ने कहा, 'हम आम लोग हैं, हम अपनी लड़ाई लड़ेंगे.'
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उन्होंने कहा कि 'बंगाल में बंगाली ही राज करेगा, मोदी और शाह को 2024 तक इंतजार करना होगा.'
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उन्होंने कहा कि 'बंगाल में बंगाली ही राज करेगा, मोदी और शाह को 2024 तक इंतजार करना होगा.' ममता ने कहा कि भाजपा देश के हिंदू-मुस्लिम के नाम पर बांट रही है.