नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बुधवार को बड़ा विमान हादसा टल गया. जानकारी के अनुसार, सुबह हाल में बने रनवे पर दिल्ली से बागडोगरा की फ्लाइट संख्या यूके725 उड़ान भर रही थी. ठीक उसी समय अहमदाबाद से दिल्ली की विस्तारा फ्लाइट बगल वाले रनवे पर उतरने के बाद उसी रनवे के आखिर की ओर बढ़ रही थी. हालांकि, ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) ने सूझबूझ से विमान को रोक लिया. इससे हादसा टल गया. एटीसी के निर्देश के बाद उड़ान रद्द कर दी गई.
वापस भेजी गई बागडोगरा की फ्लाइट: नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि दोनों फ्लाइट को एक ही समय में अनुमति दी गई थी, लेकिन एटीसी ने तुरंत नियंत्रण में ले लिया. ड्यूटी पर तैनात एटीसी अधिकारी ने विस्तारा की उड़ान को उड़ान रद्द करने के लिए कहा. उड़ान रद्द होने के बाद दिल्ली-बागडोगरा फ्लाइट तत्काल पार्किंग एरिया में लौट आई. अधिकारियों ने बताया कि फ्लाइट में फिर से ईंधन भरा गया था, ताकि अगर पायलट को बागडोगरा में खराब मौसम का सामना करना पड़े तो वापस दिल्ली लौटने के लिए विमान में पर्याप्त मात्रा में ईंधन हो. साथ ही ब्रेकिंग सिस्टम भी चेक किया गया.
एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, अगर उड़ान भर रही फ्लाइट को सही समय पर नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था. मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, टेक-ऑफ और लैंडिंग की प्रक्रिया के दौरान किसी भी विमान या वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं है.
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में सीनियर पायलट और सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन के संस्थापक कैप्टन अमित सिंह ने बताया कि रनवे नजदीक होने पर बेहतर निगरानी और एसओपी का सख्ती से पालन करने की जरूरत होती है. एक रनवे पर किसी विमान को तब तक ऑफ क्लीयरेंस जारी नहीं किया जाता जब तक कि विमान दूसरे रनवे पर नहीं उतर जाता.