श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ अभियान में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने कुपवाड़ा और बारामूला जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पांच पुलिसकर्मियों, एक राजनीतिक कार्यकर्ता, एक ठेकेदार और एक दुकानदार सहित 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस ने पाकिस्तान से आने वाले एक अन्य मादक पदार्थों की तस्करी के मॉड्यूल का पता लगाया है.
कुपवाड़ा में सक्रिय ड्रग तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दर्जीपुरा निवासी मोहम्मद वसीम नजर को उसके घर से कुछ मात्रा में नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया गया. प्रारंभिक जांच के बाद, वसीम ने ड्रग्स तस्करों के एक बड़े समूह का हिस्सा होना स्वीकार किया. इस धंधे में शामिल इस जिले के साथ-साथ जिला बारामूला के उरी क्षेत्र से जुड़े अपने कुछ सहयोगियों के नामों का खुलासा किया.
इसके बाद जिले भर में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए और 16 और लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस ड्रग्स तस्करी गिरोह के भंडाफोड़ होने से कश्मीर घाटी में कश्मीरी युवाओं को बर्बाद करने के उद्देश्य से नशीले पदार्थों को भारत में भेजने के पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संचालकों की सीधी संलिप्तता फिर से उजागर हुआ है.
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इस विशेष मामले में मूल रूप से केरन का रहने वाला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हैंडलर शाकिर अली खान नियंत्रण रेखा के इस तरफ अपने बेटे तहमीद खान का मुख्य ड्रग्स आपूर्तिकर्ता बन गया. तहमीद के कबूलनामे और खुलासे पर उसके घर से 2.0 किलोग्राम हेरोइन के दो पैकेट बरामद किए गए.
तहमीद इसे कुपवाड़ा ले जाकर अपने अन्य गिरफ्तार साथियों के बीच बेचकर मोटी कमाई करता था. तहमीद के पिता शाकिर अली खान ने पहली बार 1990 के दशक की शुरुआत में आतंकवाद में शामिल होने के लिए नियंत्रण रेखा पार की थी.