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Avalanche in Sikkim : सिक्किम के नाथुला इलाके में एवलांच, 7 पर्यटकों की मौत

सिक्किम के नाथुला इलाके में हिमस्खलन की चपेट में आने से सात पर्यटकों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए (Avalanche in Sikkim). अधिकारियों ने कहा कि करीब 80 वाहन में सवार 350 लोग नाथू ला से सड़क अवरुद्ध होने के कारण फंसे हुए थे, जिन्हें वापस लाया गया.

Avalanche in Sikkim
सिक्किम के नाथुला इलाके में एवलांच
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Published : Apr 4, 2023, 10:13 PM IST

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गंगटोक/दार्जिलिंग : सिक्किम में मंगलवार को भीषण हिमस्खलन में सात लोगों की मौत हो गई, 11 घायल हो गए. वहीं, करीब 150 लोग फंस गए. मंगलवार दोपहर सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 28 किलोमीटर दूर पूर्वी सिक्किम में सांगामो झील के पास जेएन रोड पर मील 17 पर हिमस्खलन हुआ. सैलानी खाई में जा गिरे.

पर्यटकों की कई कारें खाई में गिर गईं. भारतीय सेना, सिक्किम पुलिस, आपदा प्रतिक्रिया दल और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों ने सूचना मिलते ही बचाव कार्य शुरू कर दिया. कई लोगों को बचाया गया और गंभीर रूप से घायलों को गंगटोक के अस्पताल में भर्ती कराया गया.

  • #WATCH | Sikkim: Army, State Disaster Management Team and Police carry out search and rescue mission at Gangtok-Natu La road near Milestone 15 where an avalanche struck, claiming seven lives.

    (Video: Indian Army) pic.twitter.com/7ZMDlH5SeP

    — ANI (@ANI) April 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मंगलवार को लगभग 12:15 बजे जेएनएम रोड पर मील 14 पर अचानक हुए हिमस्खलन में 25-30 पर्यटक फंस गए.

बयान के मुताबिक ' बीआरओ प्रोजेक्ट स्वस्तिक द्वारा स्विफ्ट रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया. गहरी घाटी से 22 पर्यटकों को बचाया गया और निकट के अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया. डेढ़ घंटे तक बर्फ में दबी एक महिला को बचा लिया गया, उसे एसटीएनएम अस्पताल भेजा गया है.' इसके अलावा सड़क से बर्फ हटाने के बाद फंसे 350 पर्यटकों और 80 वाहनों को सुरक्षित निकाला गया.

संगमो झील सिक्किम का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. साथ ही हाल ही में लगातार हुई बर्फबारी के कारण उन पर्यटन क्षेत्रों में खूब बारिश हुई थी. हालांकि, हाल के दिनों में सिक्किम में इस तरह का हिमस्खलन कभी नहीं हुआ है. स्थानीय निवासी भी बचाव कार्य में भारतीय सेना का सहयोग कर रहे हैं.

खबर सुनते ही सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह गोले पीड़ितों और घायलों के परिवारों से मिलने के लिए गंगटोक अस्पताल पहुंचे. भारतीय सेना के कर्नल अंजन कुमार वसुतारी ने कहा, ' बचाव सामग्री के साथ भारतीय सेना की पांच टीमें पहले ही घटनास्थल पर भेजी जा चुकी हैं. वे बचाव कार्य में लगे हुए हैं.'

गौरतलब है कि हाल ही में आए बर्फीले तूफान में कई पर्यटक नाथुला और चांगु झील के पास फंस गए थे. सेना ने ऑपरेशन हिमराहाट के जरिए वहां पर्यटकों को रेस्क्यू किया था. उसके बाद करीब 1500 पर्यटक बर्फ में फंस गए थे. उन पर्यटकों को भी भारतीय सेना ने सुरक्षित निकाला था.

प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमस्खलन में पर्यटकों की मौत पर मंगलवार को शोक जताया और इस हादसे के मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मोदी के हवाले से किए गए एक ट्वीट में कहा, 'सिक्किम में हिमस्खलन से व्यथित हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है.'

पढ़ें- सिक्किम में देश का पहला एवलांच सर्विलांस रडार स्थापित

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गंगटोक/दार्जिलिंग : सिक्किम में मंगलवार को भीषण हिमस्खलन में सात लोगों की मौत हो गई, 11 घायल हो गए. वहीं, करीब 150 लोग फंस गए. मंगलवार दोपहर सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 28 किलोमीटर दूर पूर्वी सिक्किम में सांगामो झील के पास जेएन रोड पर मील 17 पर हिमस्खलन हुआ. सैलानी खाई में जा गिरे.

पर्यटकों की कई कारें खाई में गिर गईं. भारतीय सेना, सिक्किम पुलिस, आपदा प्रतिक्रिया दल और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों ने सूचना मिलते ही बचाव कार्य शुरू कर दिया. कई लोगों को बचाया गया और गंभीर रूप से घायलों को गंगटोक के अस्पताल में भर्ती कराया गया.

  • #WATCH | Sikkim: Army, State Disaster Management Team and Police carry out search and rescue mission at Gangtok-Natu La road near Milestone 15 where an avalanche struck, claiming seven lives.

    (Video: Indian Army) pic.twitter.com/7ZMDlH5SeP

    — ANI (@ANI) April 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मंगलवार को लगभग 12:15 बजे जेएनएम रोड पर मील 14 पर अचानक हुए हिमस्खलन में 25-30 पर्यटक फंस गए.

बयान के मुताबिक ' बीआरओ प्रोजेक्ट स्वस्तिक द्वारा स्विफ्ट रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया. गहरी घाटी से 22 पर्यटकों को बचाया गया और निकट के अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया. डेढ़ घंटे तक बर्फ में दबी एक महिला को बचा लिया गया, उसे एसटीएनएम अस्पताल भेजा गया है.' इसके अलावा सड़क से बर्फ हटाने के बाद फंसे 350 पर्यटकों और 80 वाहनों को सुरक्षित निकाला गया.

संगमो झील सिक्किम का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. साथ ही हाल ही में लगातार हुई बर्फबारी के कारण उन पर्यटन क्षेत्रों में खूब बारिश हुई थी. हालांकि, हाल के दिनों में सिक्किम में इस तरह का हिमस्खलन कभी नहीं हुआ है. स्थानीय निवासी भी बचाव कार्य में भारतीय सेना का सहयोग कर रहे हैं.

खबर सुनते ही सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह गोले पीड़ितों और घायलों के परिवारों से मिलने के लिए गंगटोक अस्पताल पहुंचे. भारतीय सेना के कर्नल अंजन कुमार वसुतारी ने कहा, ' बचाव सामग्री के साथ भारतीय सेना की पांच टीमें पहले ही घटनास्थल पर भेजी जा चुकी हैं. वे बचाव कार्य में लगे हुए हैं.'

गौरतलब है कि हाल ही में आए बर्फीले तूफान में कई पर्यटक नाथुला और चांगु झील के पास फंस गए थे. सेना ने ऑपरेशन हिमराहाट के जरिए वहां पर्यटकों को रेस्क्यू किया था. उसके बाद करीब 1500 पर्यटक बर्फ में फंस गए थे. उन पर्यटकों को भी भारतीय सेना ने सुरक्षित निकाला था.

प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमस्खलन में पर्यटकों की मौत पर मंगलवार को शोक जताया और इस हादसे के मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मोदी के हवाले से किए गए एक ट्वीट में कहा, 'सिक्किम में हिमस्खलन से व्यथित हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है.'

पढ़ें- सिक्किम में देश का पहला एवलांच सर्विलांस रडार स्थापित

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