मुंबई: दुनिया की नजरें अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले वर्ल्ड कप के फाइनल मैच पर टिकी हैं. इस क्रिकेट मैच से राजनीतिक मैच भी शुरू हो गया है. विश्व कप के फाइनल मैच को लेकर शिव सेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे पार्टी के नेता और सांसद संजय राउत ने बीजेपी की आलोचना की है. सांसद संजय राउत ने कहा कि इस देश में अब हर चीज को राजनीतिक कार्यक्रम बनाया जा रहा है.
संजय राउत ने कहा, 'जब से नरेंद्र मोदी की सरकार आई है तब से अगर कोई मर भी जाता है तो उसे राजनीतिक कार्यक्रम बनाने की कोशिश की जाती है. हालाँकि यह एक क्रिकेट मैच है, लेकिन यह एक राजनीतिक कार्यक्रम है. अब अगर भारतीय टीम फाइनल जीती तो मोदी की वजह से ही उन्होंने मैच जीता. बीजेपी प्रचार करेगी कि अमित शाह विकेट के पीछे खड़े होकर मार्गदर्शन दे रहे थे.'
संजय राउत ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि कल तक ये खेल था और परसों तक ये खेल था, लेकिन अब ये राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है. पहले मुंबई शहर को क्रिकेट का गढ़ कहा जाता था. ऐसे खेल आयोजन मुंबई, दिल्ली या पश्चिम बंगाल के ईडन गार्डन मैदान पर होते थे लेकिन अब पूरा क्रिकेट मुंबई से अहमदाबाद शिफ्ट हो गया है.
क्योंकि वे क्रिकेट का भी राजनीतिकरण करना चाहते हैं. संजय राउत ने खेलों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी की आलोचना की. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी खेल में राजनीति ला रही है. उन्होंने कहा था, 'अब सब कुछ भगवा हो रहा है. हमें अपने भारतीय खिलाड़ियों पर गर्व है. मुझे विश्वास है कि वे विश्व कप जीतेंगे. लेकिन जब भारतीय टीम के खिलाड़ी अभ्यास करते हैं, तो वे भी भगवा कपड़े पहनते हैं. पहले वे नीले रंग के कपड़े पहनते थे. अब ममता बनर्जी ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा था कि मेट्रो स्टेशनों को भी भगवा रंग दिया जा रहा है.
निर्वाचन आयोग 'पिंजरे में बंद तोता' : शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि भारत निर्वाचन आयोग 'पिंजरे में बंद तोता' व एक दिखावा बनकर रह गया है और उस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यों पर 'आंख मूंदने' का आरोप लगाया.
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' में अपने साप्ताहिक स्तंभ 'रोखठोक' में राउत ने भाजपा पर पांच राज्यों में जहां (नवंबर में) विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां आधार खोने के बाद मतदाताओं को 'रिश्वत' देने के लिए धार्मिक प्रचार का सहारा लेने का भी आरोप लगाया.