नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के लिए एक और झटका है. नागालैंड में सभी 7 एनसीपी विधायकों ने पार्टी के अजीत पवार गुट को समर्थन पत्र भेजा है. एनसीपी नागालैंड के अध्यक्ष वानथुंगो ओडुओ ने पुष्टि की है कि उत्तर-पूर्वी राज्य के सभी सात एनसीपी विधायक महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पक्ष में है. वानथुंगो ओडुओ ने कहा कि उन्होंने समर्थन के सभी कागजात गुरुवार सुबह 'आलाकमान' को सौंप दिए हैं.
इस महीने की शुरुआत में एनसीपी के अजीत पवार ने 8 एनसीपी विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना से हाथ मिला लिया. उनके राजनीतिक पैंतरे ने उनके चाचा शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी को विभाजित कर दिया और 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण बदल दिए.
अजित पवार ने प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल और दिलीप वलसे पाटिल जैसे एनसीपी नेताओं से समर्थन प्राप्त किया है और अपने गुट को 'असली एनसीपी' होने का दावा किया है. वहीं, शरद पवार ने भी कई नेताओं को निष्कासित करके खुद को पार्टी का मुखिया होने का दावा किया है.
अजित पवार का यह कदम उसी तरह है जैसे एकनाथ शिंदे ने पिछले साल शिवसेना को विभाजित किया था और भाजपा से हाथ मिला लिया था, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता से बाहर हो गई और अपने लिए मुख्यमंत्री का पद सुरक्षित कर लिया.
(एएनआई)