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Maharashtra Update : वेट एंड वॉच की मुद्रा में BJP, आदित्य बोले- बागी नहीं भगोड़े, गवर्नर से मिल सकते हैं शिंदे

सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र मामले में बागी गुट के विधायकों को तात्कालिक राहत प्रदान कर दी है. लेकिन इस बीच सियासी ड्रामा जारी है. आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला नहीं थमा है. आदित्य ठाकरे ने बागी विधायकों को भगोड़ा करार दिया है. वहीं एकनाथ शिंदे ने कोर्ट के फैसले को बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व की जीत बताया है. इस बीच भाजपा की राज्य कोर कमेटी ने बैठक की. पार्टी ने बताया कि अभी वह वेट एंड वॉच की नीति अपनाई है.

pawar, raut, shinde
शरद पवार, संजय राउत, शिंदे
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Published : Jun 27, 2022, 5:44 PM IST

Updated : Jun 27, 2022, 9:04 PM IST

मुंबई/नई दिल्ली/गुवाहाटी : महाराष्ट्र मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. कोर्ट में 11 जुलाई को अगली सुनवाई होनी है. फिलहाल, बागी गुट को कोर्ट ने राहत प्रदान कर दी है. इस बीच आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साथा है. उधर बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने कोर्ट के फैसले को बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व की जीत बताया है.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जो विधायक बाहर गए हैं, वे बागी नहीं, भगोड़े हैं. उन्होंने कहा कि वे पहले मुंबई आएं और मेरी आंखों में आंखें डालकर कहें कि हमने क्या गलत किया है.

आदित्य ने इन विधायकों को 'विश्वासघाती' करार दिया. उन्होंने कहा कि जो 'विश्वासघात' करते हैं वे कभी नहीं जीतते. हमें विश्वास है और हमें बहुत प्यार मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा, 'प्राण जाए पर वचन न जाए, जो लोग दगाबाजी करते हैं, जो भागकर जाते हैं, वह कभी नहीं जीतते हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि पूरा मामला राजनीति नहीं, बल्कि सर्कस बन गया है.

  • #WATCH | "We are confident of winning. We have all love with us. Those who betray don't win. Those who run away don't win," says Maharashtra minister and Shiv Sena leader Aaditya Thackeray when asked how confident is he that the MVA govt won't fall. pic.twitter.com/CCg2SZhjJO

    — ANI (@ANI) June 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बागी मंत्री के समर्थकों और शिवसेना कार्यकर्ताओं की बीच झड़प टली - महाराष्ट्र के असंतुष्ट मंत्री राजेंद्र पाटिल-यड्रावकर और शिवसेना के कुछ कार्यकर्ता सोमवार को कोल्हापुर जिले में एक दूसरे के आमने-सामने आ गए. हालांकि पुलिस ने दोनों समूहों को एक दूसरे से अलग रखने की कोशिश की ताकि किसी तरह की झड़प नहीं हो. कोल्हापुर के शिरोल से निर्दलीय विधायक यड्रावकर के समर्थक जयसिंहपुर कस्बे में उनका समर्थन करने के लिए आए थे. शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक समूह ने भी उस स्थान के पास विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की.

शिवसेना के समर्थकों ने निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल के ऑफिस पर तोड़फोड़ की.

एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे ने कहा कि संजय राउत का बयान सही नहीं है, जिस तरह से उन्होंने असम से बॉडी लाने की बात कही है, वह अनुचित है.

  • It is not a rebellion but what the people of Maharashtra want. What does he (Sanjay Raut) mean by "bringing bodies from Guwahati"? This is not the culture of Maharashtra. He should threaten other people but not us: Shrikant Shinde, Shiv Sena MP and son of Eknath Shinde, in Thane pic.twitter.com/wb71xWG0Ct

    — ANI (@ANI) June 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भाजपा की बैठक- 'वेट एंड वॉच' की दी जानकारी

भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई. इसमें राज्य के वर्तमान हालात पर चर्चा की गई. भाजपा नेता ने कहा कि वह अभी 'वेट एंड वॉच' की नीति पर ही चलेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिवसेना में फूट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा की.

बागी गुट ने शीर्ष अदालत के फैसले के बाद खुशी मनाई और विधायकों और उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए केंद्र का आभार भी व्यक्त किया. बताया जा रहा है कि शिंदे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को एक पत्र भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है कि उन्होंने शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस की एमवीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया है.

शिंदे ने सेना के 39 विधायकों और 11 निर्दलीय या अन्य दलों के समर्थन का दावा किया है, जिनकी कुल संख्या 48 है, और समूह के असम में अपने प्रवास को कुछ और दिनों तक बढ़ाने की संभावना है.

ये भी पढ़ें : Maharashtra Political Crisis: शिंदे गुट को SC से बड़ी राहत, डिप्टी स्पीकर के नोटिस पर रोक, सभी पक्षों से मांगा जवाब

मुंबई/नई दिल्ली/गुवाहाटी : महाराष्ट्र मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है. कोर्ट में 11 जुलाई को अगली सुनवाई होनी है. फिलहाल, बागी गुट को कोर्ट ने राहत प्रदान कर दी है. इस बीच आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साथा है. उधर बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने कोर्ट के फैसले को बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व की जीत बताया है.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे ने एक बार फिर से बागी विधायकों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जो विधायक बाहर गए हैं, वे बागी नहीं, भगोड़े हैं. उन्होंने कहा कि वे पहले मुंबई आएं और मेरी आंखों में आंखें डालकर कहें कि हमने क्या गलत किया है.

आदित्य ने इन विधायकों को 'विश्वासघाती' करार दिया. उन्होंने कहा कि जो 'विश्वासघात' करते हैं वे कभी नहीं जीतते. हमें विश्वास है और हमें बहुत प्यार मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा, 'प्राण जाए पर वचन न जाए, जो लोग दगाबाजी करते हैं, जो भागकर जाते हैं, वह कभी नहीं जीतते हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि पूरा मामला राजनीति नहीं, बल्कि सर्कस बन गया है.

  • #WATCH | "We are confident of winning. We have all love with us. Those who betray don't win. Those who run away don't win," says Maharashtra minister and Shiv Sena leader Aaditya Thackeray when asked how confident is he that the MVA govt won't fall. pic.twitter.com/CCg2SZhjJO

    — ANI (@ANI) June 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बागी मंत्री के समर्थकों और शिवसेना कार्यकर्ताओं की बीच झड़प टली - महाराष्ट्र के असंतुष्ट मंत्री राजेंद्र पाटिल-यड्रावकर और शिवसेना के कुछ कार्यकर्ता सोमवार को कोल्हापुर जिले में एक दूसरे के आमने-सामने आ गए. हालांकि पुलिस ने दोनों समूहों को एक दूसरे से अलग रखने की कोशिश की ताकि किसी तरह की झड़प नहीं हो. कोल्हापुर के शिरोल से निर्दलीय विधायक यड्रावकर के समर्थक जयसिंहपुर कस्बे में उनका समर्थन करने के लिए आए थे. शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक समूह ने भी उस स्थान के पास विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की.

शिवसेना के समर्थकों ने निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल के ऑफिस पर तोड़फोड़ की.

एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे ने कहा कि संजय राउत का बयान सही नहीं है, जिस तरह से उन्होंने असम से बॉडी लाने की बात कही है, वह अनुचित है.

  • It is not a rebellion but what the people of Maharashtra want. What does he (Sanjay Raut) mean by "bringing bodies from Guwahati"? This is not the culture of Maharashtra. He should threaten other people but not us: Shrikant Shinde, Shiv Sena MP and son of Eknath Shinde, in Thane pic.twitter.com/wb71xWG0Ct

    — ANI (@ANI) June 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भाजपा की बैठक- 'वेट एंड वॉच' की दी जानकारी

भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई. इसमें राज्य के वर्तमान हालात पर चर्चा की गई. भाजपा नेता ने कहा कि वह अभी 'वेट एंड वॉच' की नीति पर ही चलेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिवसेना में फूट और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा की.

बागी गुट ने शीर्ष अदालत के फैसले के बाद खुशी मनाई और विधायकों और उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए केंद्र का आभार भी व्यक्त किया. बताया जा रहा है कि शिंदे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को एक पत्र भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है कि उन्होंने शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस की एमवीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया है.

शिंदे ने सेना के 39 विधायकों और 11 निर्दलीय या अन्य दलों के समर्थन का दावा किया है, जिनकी कुल संख्या 48 है, और समूह के असम में अपने प्रवास को कुछ और दिनों तक बढ़ाने की संभावना है.

ये भी पढ़ें : Maharashtra Political Crisis: शिंदे गुट को SC से बड़ी राहत, डिप्टी स्पीकर के नोटिस पर रोक, सभी पक्षों से मांगा जवाब

Last Updated : Jun 27, 2022, 9:04 PM IST
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