मुंबई: केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना नाम को शिंदे गुट को दिए जाने के बाद पार्टी के जनादेश का पालन कौन करेगा, इसे लेकर हंगामा मच गया. वहीं शिवसेना शिंदे समूह के नेता भरत गोगावले ने समझाया कि चाहे वह ठाकरे हों या शिंदे, हमारा व्हिप उन सभी पर लागू होगा, जो शिवसेना के धनुष और तीर के निशान पर चुने गए थे. राज्य विधानसभा में शिवसेना पार्टी कार्यालय में शिंदे समूह के विधायकों की बैठक हुई, जिसके बाद गोगावले मीडिया से बात कर रहे थे.
चुनाव आयोग के फैसले के बाद शिवसेना शिंदे गुट के विधायक ने विधायक दल के पार्टी कार्यालय को संभाल लिया है. विधायक दल की बैठक विधानमंडल में शिंदे गुट के नेता भरत गोगावले की अध्यक्षता में हुई. गोगावले ने कहा कि चुनाव आयोग के फैसले के मुताबिक शिवसेना ने पार्टी कार्यालय पर कब्जा कर लिया है. बजट सत्र 27 फरवरी से शुरू होगा. इस बजट सत्र की पृष्ठभूमि में आज भूमिका तय की गई. सत्र के दौरान, प्रत्येक पार्टी अपने विधायकों को एक पार्टी जनादेश जारी करती है.
गोगावले ने कहा कि शिवसेना का शिंदे समूह निर्वाचित विधायकों को धनुष और तीर के निशान पर कोड़ा मारेगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बैठक के तुरंत बाद इसे जारी किया जाएगा. शिवसेना पार्टी के अंतर्गत आने वाले सभी लोगों को इसे स्वीकार करना होगा. गोगावले ने कहा कि अगर इसे स्वीकार नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी. यह पूछे जाने पर कि क्या उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे पर व्हिप लागू होगा और यह 56 विधायकों पर लागू होगा, तो गोगावले ने कहा कि चाहे वह ठाकरे हों या शिंदे, यह सभी पर लागू होगा.
यह पूछे जाने पर कि अगर व्हिप पर अमल नहीं किया गया तो क्या कार्रवाई की जाएगी तो उन्होंने कहा कि यह उनका फैसला है कि उन्हें व्हिप को स्वीकार करना है या नहीं. गोगावले ने कहा कि हम अपना कर्तव्य निभाएंगे. राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद मंत्रिमंडल विस्तार ठप पड़ गया है. सत्ता की स्थापना का मामला लंबित है. इससे कैबिनेट विस्तार ठप हो गया. भरत गोगावले ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग के फैसले से मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता साफ हो गया है. कैबिनेट विस्तार पर फैसला मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लेंगे.