अमरावती: महाराष्ट्र की राजनीति में अभी भी हलचल मची हुई है, हालांकि तस्वीर काफी हद तक साफ हो रही है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अमरावती में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि पहले सरकार मतपेटियों से बनती थी, लेकिन अब दुर्भाग्य से सत्ता मतपेटियों की बजाय बक्सों से आ रही है. विदर्भ दौरे पर निकले उद्धव ठाकरे सोमवार को अमरावती और अकोल्या के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे.
इससे पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्षियों पर जमकर प्रहार किया. भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी एकता के सवाल पर उद्धव ठाकरे ने आम नागरिकों से लोकतंत्र को बचाने और आजादी खोने के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने की अपील की. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब ऐसी स्थिति है कि कोई भी जबरदस्ती प्रधानमंत्री बन सकता है. मैंने इस पूरी स्थिति के बारे में कई बार सोचास है.
ठाकरे ने आगे कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने बहुत पहले ही देश में राइट टू रिकॉल की मांग की थी. उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि आज की स्थिति से पता चलता है कि राइट टू रिकॉल की मांग बहुत उचित है. मानसून खत्म होने के बाद देश के कुछ राज्यों चुनावी संग्राम शुरू हो जाएगा. इस पृष्ठभूमि में, मैं उन शिवसैनिकों से मिलने के लिए पूरे महाराष्ट्र के दौरे पर निकला हूं, जो वास्तव में शिवसेना से प्यार करते हैं, जो राज्य में होने वाली हर घटना में मेरे साथ हैं.
उद्धव ठाकरे ने इस बात पर अफसोस जताया कि पार्टी को तोड़ने की राजनीति राज्य और देश में लंबे समय से चल रही है, लेकिन अब यह सीधे तौर पर पार्टियां चुराई जा रही है. वहीं दूसरी ओर जानकारी सामने आ रही है कि उद्धव ठाकरे के अमरावती दौरे को लेकर जिले में तनाव की स्थिति पैदा हो गई. एमपी नवनीत राणा और एमएलए रवि राणा के समर्थकों ने ठाकरे के स्वागत में शहर में लगाए गए पोस्टर फाड़ दिए. इस बारे में जब ठाकरे से सवाल किया गया, जो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.