मुंबई: महाराष्ट्र में मुंबई नगर निकाय के अगले चुनाव में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना 50 से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी. यह दावा शहर भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने रविवार को किया. जानकारी के लिए बता दें कि बीएमसी में 227 सीटें हैं. विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित भाजपा की मुंबई इकाई के शीर्ष नेताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए शेलार ने कहा कि लोगों ने ठाकरे खेमे को खारिज कर दिया है.
बीजेपी के समर्थन की वजह से शिवसेना लंबे समय से बीएमसी में सत्ता में थी. शेलार ने कहा कि बीएमसी के अगले चुनाव में ठाकरे खेमा 50 सीटों (227 में से) को पार नहीं कर पाएगा. शिवसेना (अविभाजित) ने 30 से अधिक वर्षों के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम पर शासन किया है, जिसे देश का सबसे अमीर नागरिक निकाय कहा जाता है. 2017 के बीएमसी चुनाव में शिवसेना ने 84 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी महज दो सीटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रही थी.
1997 में बीएमसी में शिवसेना के 103 पार्षद थे. बाद के चुनावों में यह संख्या घटकर क्रमशः 97 और 84 रह गई. शेलार ने कहा कि 2012 में, शिवसेना केवल 75 सीटों पर जीत हासिल कर सकी, लेकिन उसने (2017 में) फिर से 84 सीटें जीतीं, क्योंकि पार्टी राज्य में भाजपा के साथ सत्ता साझा कर रही थी.
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उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई के नागरिकों ने ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को खारिज कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नागरिक ईमानदारी पर भरोसा करते हैं, लेकिन धन की हेराफेरी में उद्धव बालासाहेब ठाकरे बड़ा नाम हैं.