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महाराष्ट्र विधायक अयोग्यता मामला: शिंदे गुट के वकील ने ठाकरे गुट के नेता पर की सवालों की बारिश

महाराष्ट्र में विधायक अयोग्यता मामले में बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष सुनवाई हुई. इस दौरान शिंदे गुट के वकील महेश जेठमलानी ने ठाकरे गुट के नेता सुनील प्रभु से की सवाल किए, जिनका जवाब उन्होंने दिया. हालांकि वह जवाबों से संतुष्ट नहीं हुए, इसलिए सुनवाई गुरुवार को जारी रहेगी. MLA disqualification case in Maharashtra, Assembly Speaker Rahul Narvekar.

Maharashtra Assembly
महाराष्ट्र विधानसभा
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 22, 2023, 10:48 PM IST

मुंबई: शिंदे गुट (शिवसेना) विधायक अयोग्यता मामले पर बुधवार को लगातार दूसरे दिन विधानसभा में अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष सुनवाई हुई. शिंदे गुट के वकील महेश जेठमलानी ने दिनभर ठाकरे गुट के नेता सुनील प्रभु से जिरह की. 21 जून 2022 को व्हिप अपने अधिकार से या किसी और के कहने पर लगाया गया और व्हिप के लिए ठाकरे ने लिखित या मौखिक निर्देश दिए?

शिंदे गुट के वकील महेश जेठमलानी ने सुनील प्रभु के व्हिप पर ये सवाल पूछे. इसके बाद जवाब देते हुए प्रभु ने कहा कि पार्टी प्रमुख के आदेश के बाद बैठक बुलाई गई थी. व्हिप के मामले में प्रभु की गवाही ली गई.

जेठमलानी ने विधानसभा में पूछे ये सवाल

जेठमलानी: क्या आपको याद है जब आपने व्हिप जारी किया था?

सुनील प्रभु: मैं विधानमंडल कार्यालय आया था. मेरे साथ हमारी पार्टी के कुछ विधायक भी थे. हम कागज पर हिसाब लगा रहे थे कि वोट कैसे बंटा.

जेठमलानी: साफ तौर पर बताइए व्हिप कितने बजे जारी हुआ?

सुनील प्रभु: मैं आपको पृष्ठभूमि बताता हूं.

जेठमलानी: आपने कहा कि व्हिप देर रात जारी किया गया, वह 20 जून थी, लेकिन व्हिप की वास्तविक तारीख 21 जून है?

सुनील प्रभु: मैंने आपको बताया था कि जब व्हिप जारी हुआ था, तब साढ़े ग्यारह, बारह बजे थे. तो दिन ख़त्म हो गया. इसलिए मैंने 21 तारीख़ छोड़कर व्हिप बांटना शुरू कर दिया.

जेठमलानी: व्हिप बांटने की शुरुआत हो गई, तो व्हिप का वितरण कैसे हुआ?

सुनील प्रभु: जैसा मैंने कहा, मेरे साथ जो लोग थे, उन्होंने रात को तुरंत दे दिया. जो विधायक आवास में थे उन्हें व्हिप भेजा गया. मेरे पास उन लोगों को व्हाट्सएप करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था जिनका पता नहीं चल पा रहा था.

इस तरह के कई अन्य प्रश्न सुनील प्रभु से पूछे गए. सुनवाई के बाद शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'आज हमारे वकीलों ने गवाही दी है कि ठाकरे गुट के नेता सुनील प्रभु ने व्हिप का इस्तेमाल किया था. सुनील प्रभु बार-बार एक ही जानकारी दे रहे थे और एक ही तरह की बातों का जवाब दे रहे थे. इससे वकील संतुष्ट नहीं थे, इसलिए सुनील प्रभु की गवाही गुरुवार को भी जारी रहेगी.'

इस सुनवाई के बाद ठाकरे ग्रुप के वकील असीम सरोदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुनील प्रभु से पूरे दिन अलग-अलग तरीके से एक ही तरह के सवाल पूछे गए. ठाकरे समूह के वकील असीम सरोदे ने आरोप लगाया कि शिंदे समूह और उनके वकील एक ही तरह के सवाल पूछकर समय बर्बाद कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार कल भी सुबह 11 बजे से सुनवाई शुरू होगी.

मुंबई: शिंदे गुट (शिवसेना) विधायक अयोग्यता मामले पर बुधवार को लगातार दूसरे दिन विधानसभा में अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष सुनवाई हुई. शिंदे गुट के वकील महेश जेठमलानी ने दिनभर ठाकरे गुट के नेता सुनील प्रभु से जिरह की. 21 जून 2022 को व्हिप अपने अधिकार से या किसी और के कहने पर लगाया गया और व्हिप के लिए ठाकरे ने लिखित या मौखिक निर्देश दिए?

शिंदे गुट के वकील महेश जेठमलानी ने सुनील प्रभु के व्हिप पर ये सवाल पूछे. इसके बाद जवाब देते हुए प्रभु ने कहा कि पार्टी प्रमुख के आदेश के बाद बैठक बुलाई गई थी. व्हिप के मामले में प्रभु की गवाही ली गई.

जेठमलानी ने विधानसभा में पूछे ये सवाल

जेठमलानी: क्या आपको याद है जब आपने व्हिप जारी किया था?

सुनील प्रभु: मैं विधानमंडल कार्यालय आया था. मेरे साथ हमारी पार्टी के कुछ विधायक भी थे. हम कागज पर हिसाब लगा रहे थे कि वोट कैसे बंटा.

जेठमलानी: साफ तौर पर बताइए व्हिप कितने बजे जारी हुआ?

सुनील प्रभु: मैं आपको पृष्ठभूमि बताता हूं.

जेठमलानी: आपने कहा कि व्हिप देर रात जारी किया गया, वह 20 जून थी, लेकिन व्हिप की वास्तविक तारीख 21 जून है?

सुनील प्रभु: मैंने आपको बताया था कि जब व्हिप जारी हुआ था, तब साढ़े ग्यारह, बारह बजे थे. तो दिन ख़त्म हो गया. इसलिए मैंने 21 तारीख़ छोड़कर व्हिप बांटना शुरू कर दिया.

जेठमलानी: व्हिप बांटने की शुरुआत हो गई, तो व्हिप का वितरण कैसे हुआ?

सुनील प्रभु: जैसा मैंने कहा, मेरे साथ जो लोग थे, उन्होंने रात को तुरंत दे दिया. जो विधायक आवास में थे उन्हें व्हिप भेजा गया. मेरे पास उन लोगों को व्हाट्सएप करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था जिनका पता नहीं चल पा रहा था.

इस तरह के कई अन्य प्रश्न सुनील प्रभु से पूछे गए. सुनवाई के बाद शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'आज हमारे वकीलों ने गवाही दी है कि ठाकरे गुट के नेता सुनील प्रभु ने व्हिप का इस्तेमाल किया था. सुनील प्रभु बार-बार एक ही जानकारी दे रहे थे और एक ही तरह की बातों का जवाब दे रहे थे. इससे वकील संतुष्ट नहीं थे, इसलिए सुनील प्रभु की गवाही गुरुवार को भी जारी रहेगी.'

इस सुनवाई के बाद ठाकरे ग्रुप के वकील असीम सरोदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुनील प्रभु से पूरे दिन अलग-अलग तरीके से एक ही तरह के सवाल पूछे गए. ठाकरे समूह के वकील असीम सरोदे ने आरोप लगाया कि शिंदे समूह और उनके वकील एक ही तरह के सवाल पूछकर समय बर्बाद कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार कल भी सुबह 11 बजे से सुनवाई शुरू होगी.

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