मुंबई: आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पुणे में रक्षा अनुसंधान संगठन यानी डीआरडीओ के निदेशक को गिरफ्तार किया है (MAHARASHTRA ATS ARRESTS DRDO SCIENTIST). एटीएस को शक है कि हनी ट्रैप में फंसने के बाद इस अधिकारी ने पाकिस्तान को भारत की कोई संवेदनशील जानकारी दी है. एटीएस ने उसके खिलाफ मुंबई में मामला दर्ज किया है और अब पुणे पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस अधिकारी का नाम प्रदीप कुरुलकर है.
डीआरडीओ के निदेशक प्रदीप कुरुलकर को एटीएस ने गिरफ्तार किया. एटीएस को शक है कि उसने पाकिस्तान के खुफिया अधिकारी को संवेदनशील जानकारी दी है. रिटायरमेंट से छह महीने पहले कुरूलकर पाकिस्तान के हनीट्रैप में फंस गए. दावा है कि वह छह महीने से मोबाइल फोन के जरिए पाकिस्तान की खुफिया सेवाओं से जुड़ी एक महिला के संपर्क में थे.
3 मई को डी.आर.डी.ओ. वैज्ञानिक पुणे में जब अपने कार्यालय में अपने सरकारी कर्तव्यों का पालन कर रहे थे, तब वे व्हाट्सएप वाइस मैसेज और वीडियो कॉल के माध्यम से भारत के दुश्मन राष्ट्र पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के संपर्क में थे.
डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने अपने पद का दुरुपयोग किया और अनाधिकृत रूप से एक शत्रु राष्ट्र को संवेदनशील जानकारी देने की कोशिश की जो देश की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है.
महाराष्ट्र पुलिस ने सरकारी गोपनीयता अधिनियम 1923 की धारा 03(1) (सी) के तहत कालाचौकी पुलिस स्टेशन में 05 (1) (ए), 05 (1) (सी), 05 (1) (डी) नियमों के तहत मामला दर्ज किया है. एटीएस अधिकारी महेश पाटिल ने बताया है कि अपराध की आगे की जांच प्रभारी पुलिस निरीक्षक, आतंकवाद निरोधी दस्ते, पुणे यूनिट द्वारा की जा रही है. इससे पहले भी 2018 में एक को पाकिस्तान को जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.