अकोला : पशुपालकों को अपने पशुओं का गोबर इकट्ठा करने में होने वाली असुविधा को देखते हुए आठवीं कक्षा के छात्र द्वारा बनाई गई गाय का गोबर संग्रह मशीन बरशीतकली तालुका के तिवासा में जिला परिषद स्कूल के छात्र को राष्ट्रीय स्तर की प्रेरणा पुरस्कार प्रदर्शनी के लिए चयनित किया गया है. राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने वाला अकोला जिले का पहला मॉडल बताया जा रहा है. इस उपकरण को तिवासा के एक बाल वैज्ञानिक संकेत अशोक आठवले ने अपने स्कूल के विज्ञान विषय के शिक्षक सुमेध मनवर के मार्गदर्शन में विकसित किया था.
इस डिवाइस को बनाने में बहुत ही कम पैसे की लागत आयी है. उपकरण में पहिए भी लगे हुए हैं, जो लोहे के पाइप और शीट की मदद से बनाए गए हैं. इसलिए, इस उपकरण को मवेशी शेड में आसानी से ले जाया जा सकता है. इस मशीन की मदद से गोबर को बिना छुए खड़े होकर गोबर को एकत्र किया जा सकता है. इसे बाहर खलिहान में भी ले जाया जा सकता है. शिक्षक सुमेध मनवर ने कहा कि यह उपकरण पशुपालकों को अपने सिर पर गोबर की टोकरियाँ ले जाने और कचरे के ढेर में ले जाने के झंझट से बचाएगा और वैकल्पिक रूप से उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रखने में मददगार सावित होगा. गोबर कलेक्ट मशीन का चयन राष्ट्रीय स्तर की इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी के लिए किया गया है. यह पहली बार है जब अकोला की कोई मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर भाग ले रही है और यह जिले के लिए गर्व की बात है.