गुरुग्राम: मोनू मानेसर के समर्थन में मंगलवार को गुरुग्राम में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने मिलकर महापंचायत की. गुरुग्राम में हुई इस महापंचायत में बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद रहे. इस महापंचायत में कई बड़े फैसले किए गए. महापंचायत में साफ किया गया कि वो किसी भी कीमत पर मोनू मानेसर की गिरफ्तारी नहीं होने देंगे. इस महापंचायत में कमेटी का गठन किया गया. जिसने राष्ट्रपति के नाम एसीपी मानेसर को ज्ञापन भी सौंपा है.
पंचायत में लोगों ने आरोप लगाया है कि राजस्थान पुलिस दो लोगों को जिंदा जलाने के मामले में मनमर्जी कर रही है और बेवजह गौ रक्षकों को इस कांड में फंसाना चाहती है. महापंचायत में मांग रखी गई है कि मोनू मानेसर के परिवार और अन्य गौ रक्षकों को सुरक्षा मुहैया करवाई जाए. उन्होंने राजस्थान पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर के घर दबिश देती है तो उससे पहले उसे गुरुग्राम पुलिस और कमेटी को इसकी जानकारी देनी होगी.
लोगों ने राजस्थान पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राजस्थान पुलिस ने बिना कोई जानकारी दिए दबिश दी तो फिर रोड जाम कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा. इस पंचायत के बीच में सूचना मिली कि राजस्थान पुलिस के कुछ जवान मोनू मानेसर के घर पहुंचे हैं. जिस पर पंचायत के कई लोग मोनू मानेसर के घर पहुंचे, पता चला कि तब तक पुलिस के जवान वहां से जा चुके हैं. जिसके बाद पंचायत को दोबारा शुरू किया गया.
कौन है मोनू मानेसर: मोनू मानेसर का पूरा नाम मोहित है. वो गुरुग्राम के मानेसर का रहने वाला है. इसलिए वो अपने नाम के पीछे मानेसर लगाता है. मोनू करीब 10 साल से बजरंग दल से जुड़ा है. गौ तस्करों से मुठभेड़ और उन्हें पकड़वाने में अकसर मोनू मानेसर का ही नाम सामने आता है. अब भिवानी में बोलेरो कार समेत दो युवकों के जले हुए शव मिलने के मामले में मोनू मानेसर का नाम सामने आ रहा है. इसी के विरोध में गुरुग्राम में महापंचायत कर मोनू का समर्थन किया गया.