अयोध्या. रामनगरी के रायगंज क्षेत्र स्थित नरसिंह मंदिर के वयोवृद्ध महंत रामशरण दास की गुमशुदगी को लगभग 11 दिन बीत गए हैं. लेकिन अभी तक उनका कोई पता नहीं चल सका है. इस घटना से आहत जगत गुरु परमहंस आचार्य ने अन्न-जल का परित्याग कर दिया है. उन्होंने कहा कि जब तक लापता संत का पता नहीं चल जाता वह अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे. वहीं, इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है.
तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि शुक्रवार को कमिश्नर गौरव दयाल और डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपकर महंत के लापता होने के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. जगतगुरु परमहंस ने कहा कि वयोवृद्ध महंत रामशरण दास ने पहले भी अपनी हत्या को लेकर आशंका जताई थी. लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.
बता दें कि बीते 9 जनवरी से संदिग्ध परिस्थितियों में वयोवृद्ध महंत रामशरण दास लापता है. वहीं, नरसिंह मंदिर पर कब्जा करने को लेकर काफी वक्त से विवाद चल रहा है. पिछले वर्ष अगस्त महीने में मंदिर परिसर में बमबारी की घटना भी हुई थी, जिसको लेकर अयोध्या में संतों के दो गुटों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए कोतवाली अयोध्या में मुकदमा भी दर्ज कराया था. इसमें हैरान वाली बात यह है कि मंदिर के महंत ने अपनी हत्या किए जाने को लेकर पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की थी. जिसके बाद मंदिर परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी की गई थी. बावजूद इसके संदिग्ध परिस्थितियों में वयोवृद्ध महंत रामशरण दास 11 दिन पहले लापता हो गए.
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