नई दिल्ली/गाजियाबाद: विवादों में रहने वाले डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने खून से पत्र लिखा है. यह पत्र अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को लिखा है, जिसे उन्होंने पोस्ट किया है. अब उनका यह खून से लिखा हुआ पत्र लगातार वायरल हो रहा है और उनका बयान भी सामने आ गया है.
ओबामा के बयान से नाराज यति नरसिंहानंद
यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरि ने कहा कि जब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अमेरिका की यात्रा पर थे तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बयान दिया कि भारत में मुसलमानों पर काफी अत्याचार हो रहे हैं. इसके कारण भारत का पुनर्विभाजन हो सकता है. इसलिए मैंने अपने रक्त से बराक ओबामा को एक पत्र लिखा है जिसमें अपनी पीड़ा बताई है. भारत में कभी भी मुसलमानों पर अत्याचार नहीं हुआ. भारत में हमेशा अत्याचार हिंदुओं पर हुआ है. आज तक हमने एक भी मस्जिद नहीं तोड़ी जबकि हमारे लाखों मंदिर तोड़ दिए गए. यति नरसिंहानंद सरस्वती ने राम मंदिर का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि अपराध जगत में विशेष समुदाय के लोग शामिल हो रहे हैं. वे लोग कत्ल करते हैं. भारत के कुछ नेता सिर्फ विशेष समुदाय के लिए रोते हैं. वे लोग 6 से ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं और हिंदू सिर्फ एक या दो बच्चे पैदा करते हैं. सच्चाई यह है कि इस देश में हिंदू डरा हुआ है. हम बराक ओबामा से निवेदन करते हैं कि भारत आकर सत्य अपनी आंखों से देखें और तब कोई बयानबाजी करें. हर-हर महादेव.
बयान और लेटर हुआ वायरल
यति नरसिंहानंद सरस्वती का लिखा हुआ लेटर और बयान अब वायरल हो गया है. इसमें उन्होंने हस्ताक्षर भी किए हैं और कुछ शिष्यों के भी हस्ताक्षर हैं. लोग इस पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. आपको बता दें कि लगातार यति नरसिंहानंद सरस्वती विवादों में रहते हैं और उनका यह लेटर और बयान अब जमकर वायरल हो रहा है. जाहिर है एक बार फिर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने सोशल मीडिया पर चर्चा और विवाद खड़े करने की वजह पैदा कर दी है. यति नरसिंहानंद सरस्वती का यह दावा है कि उन्होंने खून से खत लिखा है.
ये भी पढ़ेंः जो बाइडेन बोले- अमेरिका और भारत की दोस्ती दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण