नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन गैम्बलिंग ऐप महादेव बुक मनी लॉन्ड्रिंग मामले के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने इस मामले में कोलकाता, भोपाल और मुंबई में छापेमारी की, जिसके बाद 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं. वित्तीय जांच एजेंसी ने एक बयान में शुक्रवार को कहा कि ईडी ने हाल ही में कोलकाता, भोपाल, मुंबई आदि शहरों के विभिन्न जगहों पर स्थित महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ तलाशी अभियान चलायी और बड़ी मात्रा में सबूत हासिल किए है. जब्त 417 करोड़ रुपये के अवैध आय को फ्रीज कर लिया गया है.
एजेंसी ने कहा कि मामले की जांच से पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रवर्तक हैं और दुबई से इसका संचालन कर रहे थे. इसमें कहा गया है कि महादेव ऑनलाइन बुक का सेंट्रल हेड ऑफिस यूएई है और अपने सहयोगियों को 70 प्रतिशत से 30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर "पैनल या शाखाओं" की फ्रेंचाइजी देकर इसे चलाया जा रहा था.
छापेमारी के बारे में ईडी ने जानकारी दी कि चंद्राकर और उप्पल ने यूएई में अपने काले धंधे का एक साम्राज्य बना रखा था, जहां कालेधन का कारोबार खुलेआम चलता था. फरवरी 2023 में चंद्रालक ने यूएई के आरएके में शादी कर ली थी और इस शादी में महादेव एप्प के प्रोमोटर्स ने करीब 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किये थे. इतना ही नहीं, परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए प्राइवेट जेट किराए पर लिए गए थे. शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर हस्तियों को आमंत्रित किया गया था. मुंबई और हवाला चैनल के वेडिंग प्लानर से लेकर डांसर तक, सभी को पेमेंट कैश से कराया गया है.
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We have conducted searches against the money laundering networks linked with Mahadev APP in cities like Kolkata, Bhopal, Mumbai etc. and retrieved a large amount of incriminating evidence. We have frozen/seized proceeds of crime worth Rs 417 Crore: Enforcement Directorate pic.twitter.com/OWljWeByMC
— ANI (@ANI) September 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) September 15, 2023We have conducted searches against the money laundering networks linked with Mahadev APP in cities like Kolkata, Bhopal, Mumbai etc. and retrieved a large amount of incriminating evidence. We have frozen/seized proceeds of crime worth Rs 417 Crore: Enforcement Directorate pic.twitter.com/OWljWeByMC
— ANI (@ANI) September 15, 2023
ईडी के रडार पर बॉलीवुड स्टार्स : बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकार इस समय ईडी की रडार पर हैं. अभिनेता टाइगर श्रॉफ, गायिका नेहा कक्कड़, सनी लियोन, कृष्णा अभिषेक, राहत फतेह अली खान, विशाल ददलानी और कई अन्य हस्तियों पर ईडी की नजर है. जांच में भारती सिंह, नुसरत भरूचा, आतिफ असलम समेत 14 से अधिक नाम सामने आया है, जिसके बाद बॉलीवुड जगत में हलचल मच गई है.
ईडी ने कहा कि उसके द्वारा एकत्र किए गए डिजिटल सबूतों के अनुसार, योगेश पोपट की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी - आर -1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये दिए गए थे और 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग की गई थी." इसमें यह भी कहा गया कि पोपट, एक मिथिलेश और अन्य जुड़े आयोजकों के परिसरों की तलाशी के दौरान 112 करोड़ रुपये की हवाला राशि की प्राप्ति से संबंधित सबूत सामने आए. ईडी ने दावा किया कि इसके बाद, पोपट द्वारा नामित आंगड़िया पर तलाशी ली गई और परिणामस्वरूप 2.37 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई.
ईडी ने कहा कि कई मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी संस्थाओं का समर्थन कर रही हैं और संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से मोटी फीस के बदले में उनके कार्यों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन अंततः ऑनलाइन सट्टेबाजी की आय से भुगतान किया जाता है. एजेंसी ने भोपाल में धीरज आहूजा और विशाल आहूजा के रैपिड ट्रैवल्स के परिसरों पर भी तलाशी ली. ईडी के मुताबिक, कंपनी महादेव एपीपी प्रमोटरों, परिवार, व्यावसायिक सहयोगियों और यहां तक कि उन मशहूर हस्तियों के लिए पूरे टिकटिंग संचालन के लिए जिम्मेदार थी, जो फेयरप्ले.कॉम, रेडडायना एपीपी, महादेव एपीपी जैसी सट्टेबाजी वेबसाइटों का समर्थन कर रहे थे. यह दावा किया गया कि सट्टेबाजी पैनल से अवैध नकद कमाई को आहूजा बंधुओं ने चतुराई से मुख्य टिकट प्रदाताओं के पास जमा कर दिया था, और वॉलेट बैलेंस का उपयोग घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय टिकट बुक करने के लिए किया गया था. रैपिड ट्रैवल्स महादेव समूह के अधिकांश आयोजनों के लिए यात्रा व्यवस्था करने में शामिल था सितंबर में संयुक्त अरब अमीरात में वार्षिक स्टार-स्टडेड कार्यक्रम आयोजित किए गए.
ईडी ने कहा कि उसने महादेव ऑनलाइन बुक एपीपी के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल अन्य प्रमुख लोगों की पहचान की है. एजेंसी ने कहा कि यह पाया गया कि कोलकाता स्थित विकाश छपारिया महादेव एपीपी के लिए हवाला से संबंधित सभी कार्यों को संभाल रहा था. ईडी ने उनके ज्ञात परिसरों और गोविद केडिया जैसे उनके सहयोगियों के यहां तलाशी ली. यह पाया गया कि केडिया की मदद से, चपारिया अपनी संस्थाओं - परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स एलएलपी, एक्ज़िम जनरल ट्रेडिंग एफजेडसीओ और टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी व विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) मार्ग के माध्यम से भारतीय शेयर बाजार में भारी निवेश के माध्यम से निवेश कर रहे थे. तदनुसार, छपारिया के लाभकारी स्वामित्व वाली संस्थाओं के नाम पर 236.3 करोड़ रुपये की नकद व्युत्पन्न और अन्य सुरक्षा होल्डिंग्स को ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत जब्त कर लिया गया है. एजेंसी ने यह भी कहा कि केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी द्वारा जब्त कर ली गई है. केडिया परिसर में तलाशी के परिणामस्वरूप 18 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा, 13 करोड़ रुपये मूल्य का सोना और आभूषण भी जब्त किए गए.
गौरतलब है कि ईडी महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एपीपी की जांच कर रही है, जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने, उपयोगकर्ता आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के एक स्तरित वेब के माध्यम से धन की हेराफेरी करने में सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्मों की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है. ईडी ने हाल ही में इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक (ए कमिश्नर) चंद्रभूषण वर्मा, एसोसिएट कमिश्नर अभिषेक चंद्राकर, पर्यवेक्षक अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया था. एचडी ने ऑफ़लाइन जुआ ऐप महादेव बुक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा से भी पूछताछ की थी. एडीएच ने छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज की गई संपत्ति के आधार पर धन शोधन सुरक्षा अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच शुरू कर दी है. विशाखापत्तनम पुलिस और अन्य राज्यों द्वारा दर्ज किए गए स्मारकों पर भी ध्यान दिया गया.