प्रयागराजः त्रिवेणी संगम तट पर डेढ़ माह तक चलने वाले माघ मेले की शुरुआत 6 जनवरी यानी आज से हो गई है. माघ मेले के प्रथम स्नान पर्व (पौष पूर्णिमा) का स्नान ब्रह्म मुहुर्त से शुरू हो गया था. कड़ाके की ठंड और सर्द हवाओं के बीच श्रद्धालु आस्था की डुबकी पवित्र संगम जल में लगाई.
देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट पर देखने को मिलने लगी थी. श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर स्नान घाटों पर दीप लाइन, बैरिकेडिंग और जल पुलिस की तैनाती की गई है. साथ ही साथ संपूर्ण मेला क्षेत्र में आवागमन की सुचारू व्यवस्था के लिए जगह-जगह पर साइनस के माध्यम से श्रद्धालुओं को रास्ते दिखाए गए.
माघ मेला में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस के जवानों को जगह-जगह पर तैनात किया गया है. महिला पुलिस के साथ ड्रोन कैमरे से अलग-अलग क्षेत्रों में निगरानी की जा रही है. माघ मेला की स्वच्छता को लेकर स्वच्छता टीमें लगाई गई हैं. कोरोना के संभावित खतरे के मद्देनजर मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर कोविड-19 डेस्क लगाई गई है और आने जाने वाले श्रद्धालुओं की जांच भी की जा रही है.
साथ ही साथ संपूर्ण मेला क्षेत्र में मास्क वितरण का भी कार्य किया जा रहा है. संगम की रेती पर लगने वाला मेला 6 जनवरी से पौष पूर्णिमा से लेकर महाशिवरात्रि के स्नान तक चलेगा. इस दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में धार्मिक गतिविधियां प्रवचन व सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न होंगे.
संपूर्ण मेला क्षेत्र को 6 सेक्टरों में बांटा गया है. सभी सेक्टरों में डिप्टी अधिकारियों की तैनाती की गई है. मेला क्षेत्र के अंदर बने सभी थानों पर फायर ब्रिगेड को लगाया गया है. हालांकि सुबह से कड़ी सर्द हवाओं के बीच मेला क्षेत्र में अपेक्षा से भीड़ कम दिखी. मेला प्रशासन का अनुमान है कि जैसे-जैसे दिन में तापमान बढ़ेगा और आसमान साफ होगा वैसे-वैसे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलेगी. ठंड से बचने के लिए मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर अलाव की भी व्यवस्था की गई है, जिससे सर्दी से लोग अपना बचाव कर सकें.
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