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शिव मंदिर में हर रोज भेजता है पत्र, जानिए इस बार क्या लिखा जिससे हैरान हैं सभी

16वीं शताब्दी ईस्वी में पांडिया काल के दौरान बनाया गया प्राचीन शिव मंदिर अवनियापुरम क्षेत्र में स्थित है. इस मंदिर में एक भक्त बिना अपना पता बताए भगवान शिव को पत्र भेजता है. भक्त हर दिन भगवान शिव को संबोधित एक पत्र भेजता है. पत्र में उसने अपना नाम वेंकटेश बताया है. लेकिन पता नहीं है.

lord shiva
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Published : Oct 6, 2021, 10:06 PM IST

मदुरै : भक्ति के विविध रूप हैं. साधना के अनूठे स्वरूप हैं. ऐसा ही अनूठा स्वरूप मदुरै के वेंकटेश की शिव भक्ति का है. वह हर रोज भगवान शिव को पत्र लिखते हैं. लेकिन उनके अजीबोगरीब चिट्ठी से मंदिर प्रशासन परेशान है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि वेंकटेश की ओर से हर रोज भगवान शिव को पत्र भेजा जाता है. लेकिन पत्र पर पता नहीं होने के कारण आगे क्या करना है इसे लेकर असमंजस है. यही नहीं वह अपने पत्र में अजीबोगरीब बातें लिखता है.

जानकारी के अनुसार 16वीं शताब्दी ईस्वी में पांडिया काल के दौरान बनाया गया प्राचीन शिव मंदिर अवनियापुरम क्षेत्र में स्थित है. इस मंदिर में एक भक्त बिना अपना पता बताए भगवान शिव को पत्र भेजता है. भक्त हर दिन भगवान शिव को संबोधित एक पत्र भेजता है. पत्र में उसने अपना नाम वेंकटेश बताया है. लेकिन पता नहीं है.

भगवान शिव को पत्र.
भगवान शिव को पत्र.

मंदिर प्रशासन ने बताया कि वेंकटेश नाम के भक्त का पत्र हर दिन मिलता है. पत्र में वह अजीबोगरीब मनोकामना पूरी करने की बात लिखता है. पांच अक्टूबर को भेजे गए पत्र में वेंकटेश ने पहले पन्ने पर लिखा है, 'मुझे हर रोज पर्याप्त आय दो'. इसके अलावा वह लिखता है कि 'भगवान बताओ, अनुषा नाम की मदुरै की लड़की दिन में कई बार मुझसे बात करती रहती है'. इस तरह की अजीबोगरीब चिट्ठी ने सभी को हैरान कर दिया है.

पढ़ेंः लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने RJD छोड़ बना लिया अलग संगठन : शिवानंद तिवारी

मदुरै : भक्ति के विविध रूप हैं. साधना के अनूठे स्वरूप हैं. ऐसा ही अनूठा स्वरूप मदुरै के वेंकटेश की शिव भक्ति का है. वह हर रोज भगवान शिव को पत्र लिखते हैं. लेकिन उनके अजीबोगरीब चिट्ठी से मंदिर प्रशासन परेशान है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि वेंकटेश की ओर से हर रोज भगवान शिव को पत्र भेजा जाता है. लेकिन पत्र पर पता नहीं होने के कारण आगे क्या करना है इसे लेकर असमंजस है. यही नहीं वह अपने पत्र में अजीबोगरीब बातें लिखता है.

जानकारी के अनुसार 16वीं शताब्दी ईस्वी में पांडिया काल के दौरान बनाया गया प्राचीन शिव मंदिर अवनियापुरम क्षेत्र में स्थित है. इस मंदिर में एक भक्त बिना अपना पता बताए भगवान शिव को पत्र भेजता है. भक्त हर दिन भगवान शिव को संबोधित एक पत्र भेजता है. पत्र में उसने अपना नाम वेंकटेश बताया है. लेकिन पता नहीं है.

भगवान शिव को पत्र.
भगवान शिव को पत्र.

मंदिर प्रशासन ने बताया कि वेंकटेश नाम के भक्त का पत्र हर दिन मिलता है. पत्र में वह अजीबोगरीब मनोकामना पूरी करने की बात लिखता है. पांच अक्टूबर को भेजे गए पत्र में वेंकटेश ने पहले पन्ने पर लिखा है, 'मुझे हर रोज पर्याप्त आय दो'. इसके अलावा वह लिखता है कि 'भगवान बताओ, अनुषा नाम की मदुरै की लड़की दिन में कई बार मुझसे बात करती रहती है'. इस तरह की अजीबोगरीब चिट्ठी ने सभी को हैरान कर दिया है.

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