नई दिल्ली: लोकसभा की आचार समिति ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों पर रिपोर्ट स्वीकार कर ली. वहीं लोकसभा आचार समिति के छह सदस्यों ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप पर रिपोर्ट का समर्थन किया, चार ने इसका विरोध किया.अब समिति यह रिपोर्ट लोक सभा स्पीकर को भेजेगी.
सूत्रों का कहना है कि आचार समिति ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है. दूसरी तरफ महुआ मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश करने वाली लोकसभा आचार समिति की मसौदा रिपोर्ट को चार विपक्षी सदस्यों ने पूर्वाग्रह से ग्रसित और गलत बताया.
यह जानकारी मिली है कि मसौदा रिपोर्ट में मोइत्रा के आचरण की निंदा की गई है और इसे "अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक" बताया गया है. साथ ही सरकार से मामले में समयबद्ध कानूनी और संस्थागत जांच का भी आह्वान किया गया है. मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच धन के कथित लेन-देन की जांच करनी चाहिए.
समिति ने यह भी कहा है कि सबसे मुखर विपक्षी सदस्यों में से एक, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली को दो नवंबर को आखिरी बैठक के दौरान मोइत्रा से सोनकर द्वारा पूछे गए सवालों के बारे में 'तोड़-मरोड़कर बात रखने" के लिए फटकार लगाई जानी चाहिए. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मोइत्रा के खिलाफ शिकायत की थी.
उन्होंने मोइत्रा पर उपहार के बदले व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडाणी समूह को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला: टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को ईडी ने 9 नवंबर को किया समन इस 15 सदस्यीय आचार समिति में भाजपा के सात, कांग्रेस के तीन और बसपा, शिवसेना, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और जनता दल (यूनाइटेड) के एक-एक सदस्य शामिल हैं.
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि इसके सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी और वी वैथिलिंगम असहमति नोट सौंपेंगे. कांग्रेस कोटे से समिति की तीसरी सदस्य परनीत कौर हैं, जो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं. अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ चुके हैं. बसपा सदस्य कुंवर दानिश अली भी अपना असहमति नोट दे सकते हैं. गत दो नवंबर को समिति की बैठक में मौजूद सभी पांच विपक्षी सदस्य यह आरोप लगाते हुए बैठक से बाहर चले गए थे कि सोनकर ने मोइत्रा की यात्रा, होटल में ठहरने और टेलीफोन पर बात करने के संबंध में उनसे व्यक्तिगत एवं अशोभनीय प्रश्न पूछे थे.
वहीं, मोइत्रा ने बैठक के बाद आरोप लगाया था कि उनका एक तरह से 'वस्त्रहरण' किया गया. समिति के अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों के दावों को खारिज करते हुए कहा था कि यह सब तृणमूल कांग्रेस की सांसद को बचाने के लिए किया गया. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर रिश्वत के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडाणी समूह को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया है.
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उन्होंने कहा कि वह हीरानंदानी ही थे, जिन्होंने मोइत्रा के सांसद वाले लॉगिन का इस्तेमाल विभिन्न स्थानों, ज्यादातर दुबई से प्रश्न दर्ज करने के लिए किया था. मोइत्रा ने स्वीकार किया है कि हीरानंदानी ने उनके लॉगिन का उपयोग किया। हालांकि, उन्होंने किसी तरह के आर्थिक लाभ हासिल करने के आरोप खारिज किए हैं. टीएमसी सांसद का कहना है कि अधिकतर सांसद अपने लॉगिन का विवरण दूसरों के साथ साझा करते हैं.