नई दिल्ली : राज्यसभा की कार्यवाही की शुरूआत में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अयोध्या में कथित भूमि घोटाले का मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन सभापति ने अनुमति नहीं दी.
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सदन ठीक से नहीं चल सकी और सभी को सहयोग करना चाहिए और फिर सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया.
इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, पिछले 18 वर्षों में, मैंने संसद भवन में इस तरह से विपक्षी नेता को नजरअंदाज होते हुए नहीं देखा (LoP being ignored). आज हमारे एलओपी अयोध्या मामले को उठाना चाहते थे, लेकिन जब उन्होंने कोशिश की, तो अध्यक्ष तुरंत खड़े हो गए और वंदे मातरम कहा. यह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.
बता दें कि सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक अखबार की खबर का हवाला देकर अयोध्या से संबंधित एक मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन नायडू ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी.
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खड़गे ने कहा, आपने (अध्यक्ष) आज के इंडियन एक्सप्रेस में देखा होगा जिसमें एक खबर थी जिसमें कहा गया था कि विधायक और महापौर, आयुक्त के रिश्तेदार, एसडीएम, डीआईजी, अधिकारी जमीन खरीद रहे हैं…इस पर सभापति ने खड़गे से कहा कि मुद्दे को उठाने के लिए उन्हें नोटिस देना चाहिए था. इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.