कोटा. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला मंगोलिया तीन दिवसीय यात्रा पर भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे हैं. इस मौके पर स्टेट ग्रेट खुराल (मंगोलिया की संसद) के स्पीकर जी जंडनशतर ने बिरला को एक घोड़ा उपहार में दिया. बिरला ने घोड़े को 'विक्रान्त' नाम दिया. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीटर के जरिए दी. यात्रा के अंतिम दिन शनिवार को बिरला ने मिनी नादाम उत्सव देखा. यह मंगोलिया का सबसे लोकप्रिय त्योहार है.
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With the horse "Vikrant", gifted by my friend H.E. Mr. G Zandanshatar, Speaker of the Parliament of Mongolia. I am thankful to him for this valuable token of friendship.@IndiainMongolia pic.twitter.com/3bFMmvbzWh
— Om Birla (@ombirlakota) July 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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मंगोलियाई संसद भवन का भी दौरा किया : बिरला ने मंगोलिया दौरे पर वहां के राष्ट्रपति उख्हनागीन हुरेलसुख, प्रधानमंत्री ओयुन ऐर्दन लुव सन्म सरेन और स्पीकर जी जंडनशतर से मुलाकात की. उन्होंने मंगोलियाई संसद भवन का भी दौरा किया. दूसरी तरफ बिरला ने मंगोलिया दौरे पर पैथुब मोनेस्ट्री में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की. गैंडनटेगचेनलिंग और पैथुब मोनेस्ट्री में महात्मा बुद्ध को नमन किया. साथ ही बौद्ध धर्म के प्रचार और भारत-मंगोलिया संबंधों को बढ़ावा देने के लिए लामा नौमुन खान को आईसीसीआर अवार्ड से सम्मानित किया.
नादम महोत्सव में बजाया वाद्य यंत्र : ओम बिरला ने मंगोलियाई नववर्ष के कार्यक्रम नादम महोत्सव में भी भाग लिया. इसमें घुड़दौड़, कुश्ती, तीरंदाजी और सदियों पुरानी मंगोलियाई परंपराओं की झलक दिखती है. इसमें वहां की कला, व्यंजन और शिल्प कौशल के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियां भी होती हैं. यहां उन्होंने मंगोलिया संसद के स्पीकर जी जनदनशतर के साथ वहां के वाद्य यंत्र को बजाया. साथ ही भारतीय समुदाय के तरफ से मंगोलियाई नववर्ष की शुभकामनाएं दी. बिरला ने मंगोलिया रिफाइनरी का भी दौरा किया है. यह भारत के सहयोग से बन रही है, जिसकी मंगोलिया की उर्जा जरूरतों में अहम भूमिका होगी.
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The serenity, peace and tranquility felt at Gandantegchinlen Monastery filled the heart, mind and soul with new energy. The principles of Lord Buddha can make our planet more beautiful, peaceful, harmonious and sustainable. pic.twitter.com/YirlIye5xL
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बौद्ध मठों का लिया जायजा : बिरला ने मंगोलिया के गैंडनटेगचेनलिंग मठ गए, जहां डा लामा और खंबा नोमुन खान ने उनका स्वागत किया. गैंडनटेगचेनलिंग मठ मंगोलिया में बौद्ध धर्म का मुख्य केंद्र है. इस मठ में बौद्ध ज्ञान और कलात्मक वस्तुओं सहित अमूल्य बौद्ध विरासत का भंडार है. यह मठ अपने पारंपरिक कॉलेजों के माध्यम से भिक्षुओं के साथ ही आम छात्रों को भी धार्मिक और समकालीन शिक्षा देते हैं. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2015 में इस मठ का दौरा किया था और प्रमुख एबॉट को एक बोधि वृक्ष का पौधा सौंपा था. आपको बता दें कि मंगोलियाई घोड़े दुनिया में बेहद प्रसिद्ध हैं. इसे खास मेहमानों को गिफ्ट में दिया जाता है. ओम बिरला से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को यह घोड़ा मंगोलिया यात्रा पर गिफ्ट में मिला था.