नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए करीब 19 राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद होगी. कांग्रेस सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. विपक्षी नेताओं का पहले अप्रैल के अंत में बैठक का कार्यक्रम था. सूत्रों ने कहा कि 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बैठक टल गयी है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अगले महीने किसी समय बैठक बुला सकते हैं और उन्होंने विभिन्न दलों के नेताओं से इस संबंध में बात भी की है.
विपक्षी खेमे में पिछले कुछ दिनों में नेताओं की मुलाकात का दौर जारी है, जो भाजपा के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाने के उनके प्रयासों को दिखाता है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी तथा समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. उनका कहना था कि यथासंभव अधिक से अधिक विपक्षी दलों को साथ लाने का प्रयास है.
सूत्रों ने कहा कि खड़गे भी आने वाले दिनों में अखिलेश यादव और ममता बनर्जी से बातचीत कर सकते हैं. नीतीश ने इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और खरगे से नई दिल्ली में मुलाकात की थी. सोमवार को लखनऊ में सपा कार्यालय में अखिलेश से मुलाकात के बाद नीतीश ने भाजपा पर हमला किया और कहा कि मौजूदा सरकार कोई कल्याणकारी काम नहीं कर रही है और केवल प्रचार-प्रसार के कार्य में लगी है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मैं अपने लिए कोई पद नहीं चाह रहा. मेरा प्रयास देश की भलाई के लिए काम करने का है.
पढ़ें: Karnataka Election : बीजेपी को 'विधायक तोड़ने' से रोकने के लिए बड़ी जीत चाहते हैं खड़गे
नीतीश के साथ राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे. इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है और भाजपा सरकार को अविलंब हटाने की जरूरत है. इससे पहले, नीतीश कुमार ने सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी. ममता ने नीतीश से कहा कि अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी मिलकर करने के लिए सभी विपक्षी दलों की एक बैठक बिहार में बुलाई जाए.
(पीटीआई-भाषा)