इंदौर : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल को देखने एक निजी हॉस्पिटल में पहुंचे थे, लेकिन इसी दौरान जब सभी लोग ऊपर जा रहे थे तभी ग्राउंड फ्लोर से लिफ्ट तलघर में गिर गई. इस घटना में किसी तरह की कोई जनहानि की बात सामने नहीं आई है. घटना एमआइजी थाना क्षेत्र के डीएनएस हॉस्पिटल की है. डीएनएस हॉस्पिटल में पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल को देखने के लिए, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने अन्य समर्थकों व पूर्व मंत्रियों के साथ पहुंचे थे. लेकिन जब वह लिफ्ट के माध्यम से हॉस्पिटल के ऊपर उन्हें देखने के लिए जा रहे थे इसी दौरान ग्राउंड फ्लोर से लिफ्ट तलभर में गिर गई. पूर्व मुख्यमंत्री सहित अन्य पूर्व मंत्री को किसी तरह की कोई चोट भी नहीं आई है. वहीं घटना की सूचना जैसे ही पुलिस को लगी. वैस ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई.
बाल-बाल बचे कमलनाथ
इंदौर में लिफ्ट गिरने से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बाल-बाल बच गए. हादसा लिफ्ट में ओवरलोडिंग की वजह से हुआ. 15 लोगों की लिफ्ट की कपैसिटी थी, जबकि उसमें 20 लोग सवार थे. अधिकांश लोग कांग्रेस के नेता थे जो कमलनाथ के साथ लिफ्ट में सवार थे. घटना के बाद कमलनाथ को घबराहट हुई और इनका चेकअप किया गया. बाद में छुट्टी दे दी गई. कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्रियों की एक पूरी फौज, जीतू पटवारी, बाला बच्चन, सज्जन सिंह वर्मा सहित अन्य लोग सवार हो गए थे. जिसके कारण लिफ्ट ओवरलोड हो गई और ग्राउंड फ्लोर पर लिफ्ट सीधे तलभर में जा गिरी.
मौके पर पहुंचे एसपी और इंजीनियर
पूरे घटनाक्रम की सूचना जब पुलिस को लगी, तो एसपी आशुतोष बागरी सहित एडिशनल एसपी और सीएसपी भी मौके पर पहुंचे. हादसे के बाद हॉस्पिटल में में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लिफ्ट इंजीनियर के आने के बाद सभी नेताओं और लोगों को निकाला गया. हादसे में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा. इंदौर में कांग्रेस का आज संभागीय सम्मेलन था, जिसमें शामिल होने के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से नेता इंदौर में जुटे थे.
घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच
घटना की सूचना मिलने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने कमलनाथ से फोन पर बात की है. साथ ही कलेक्टर मनीष सिंह को मजिस्ट्रियल जांच के लिए कहा है. जांच का जिम्मा एडीएम हिमांशु चंद्र को दिया गया है. गौर करने वाली बात यह है कि आज ही एक लिफ्ट हादसा रीवा में भी हुआ और पिछले दिनों CM शिवराज सिंह चौहान भी मंत्रालय की लिफ्ट में फंसे थे.
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