नई दिल्ली : अधिवक्ताओं द्वारा लिखे गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि बिना जरुरते के भी लोग ऑक्सीजन जमा कर रहे हैं. साथ ही ऑक्सीजन को भारी कीमतों पर बेचने का काम कर रहे हैं. पत्र में कहा गया है कि कुछ अस्पताल मरीजों से रेमेड्सविर इंजेक्शन, टोसीलिजाब, फैबीक्लू आदि की व्यवस्था स्वयं करने के लिए कह रहे हैं.
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पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि अस्पताल भी यह दवाएं मरीजों को देने के बजाय वे इसे काला बाजारी करने वालों को दे रहे हैं. यह पत्र एडवोकेट सत्यम सिंह, एडवोकेट अमित कुमार शर्मा और लॉ स्टूडेंट्स अभिजीत कुमार भट्ट और आयुष कुमार उपाध्याय ने लिखा है.